भीरा (आजमगढ़): ठेकमा बाजार स्थित मंदिर में हुई चोरी की घटना के विरोध में शनिवार को बाजार वासियों ने श्रीराम जानकी मंदिर परिसर में धरने पर बैठ गए। पुलिस की शिथिलता को लेकर आंदोलनकारियों ने घंटा व शंख बजाकर विरोध दर्ज कराया। चेतावनी दी कि अगर इस घटना का जल्द खुलासा नहीं होगा तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे। ठेकमा बाजार में स्थित श्रीराम जानकी मंदिर का मंगलवार की रात ताला तोड़कर चोर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता, कृष्ण व राधा जी के चांदी के मुकुट, श्रीराम के सिर पर लगे चांदी के छत्र, चांदी के बने एक गुलाब का फूल, सीता जी की सोने की नथिया उठा ले गए थे। दूसरे दिन डॉग स्क्वाय टीम की मदद से चोरी हुई नथिया मंदिर परिसर से ही बरामद हो गया था। जबकि ठेकमा चौकी प्रभारी ने मंदिर के पीछे से चोरी हुए चांदी के मुकुट बरामद कर लिए जाने का दावा किया था। चौकी प्रभारी के दावे को गलत ठहराते हुए बाजार वासियों ने कहाकि पुलिस ने दूसरा मुकुट खरीदकर उसे बरामदगी दर्शा रही है। पुलिस के गलत बयानबाजी व शिथिलता को लेकर बाजार वासियों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। मंदिर के प्रबंधन समिति के साथ ठेकमा बाजारवासी दोपहर में तीन बजे मंदिर परिसर में ही धरने पर बैठ गए। धरनारत बाजार वासियों ने घंटा व शंख बजाकर पुलिस के कार्यों का विरोध दर्ज कराया। धरनारत लोगों ने कहाकि पुलिस की कार्यशैली एवं गलत बयानबाजी से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। लगभग एक घंटे तक वे धरना पर बैठे रहे, लेकिन किसी जिम्मेदार ने सुधि नहीं ली। मुख्य रूप से व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविद जायसवाल, राजकुमार सेठ, मंदिर प्रबंधक प्रमोद मोदनवाल, भाजपा नेता विकास गिरी, ठेकमा प्रधान संजय गुप्त, अशोक गुप्त, बबलू जायसवाल, विकास बनवासी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।