किसानों के कंधों पर बंदूक रख न फैलाएं अराजकता गोरखपुर। देश की राजधानी में चल रहे किसान आंदोलन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कड़ा जवाब दिया। गोरखपुर के किसान सम्मेलन में उन्होंने कहा कि देश की आजादी के सत्तर साल बाद केंद्र एवं प्रदेश में आई सरकार पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से किसानों के कल्याण और उनकी आय दोगुनी करने के लिए प्रयासरत है। लेकिन कुछ स्वार्थी तत्व किसानों के कंधे पर बंदूक रख उन्हें गुमराह कर अराजकता और अव्यवस्था पैदा करना चाहते हैं। किसानों को गुमराह करने की साजिश के पीछे वही लोग हैं जिन्होंने सत्ता में रहते हुए खुद किसान हित का कोई भी कार्य नहीं किया। उनकी सोच ‘किसानों का मुनाफा खुद कमाएंगे, किसानों को कर्जे में दबाएंगे’ की है। मुख्यमंत्री रविवार को राजकीय कृषि विद्यालय परिसर, चरगांवा में मिशन किसान कल्याण के तहत आयोजित वृहद किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश के सभी 825 ब्लॉकों में एक साथ आयोजित कृषि मेला व प्रदर्शनी में लाइव जुड़े किसानों को सीएम योगी ने केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा किसान हित में किए गए कार्य और उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरन सीएम ने एफपीओ शक्ति पोर्टल की लांचिंग की। कृषकों को मिनी टूलकिट व प्रमाण पत्रों का वितरण किया। कृषि विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया। सीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोला, कहा कि सत्ता में रहते इन लोगों ने पूर्वी यूपी में किसानों की आजीविका की आधार चीनी मिलों को या तो बेच दिया या बंद कर दिया। एक समय इस अंचल में 42 चीनी मिलें चलती थीं इनमें 32 गोरखपुर में ही थीं। वर्तमान में पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 से 11 चीनी मिल चल रही हैं वह भी तब जब हमारी सरकार ने पिपराइच व मुंडेरवा में नई चीनी मिल लगाई। सपा, बसपा की सरकार में कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज की चीनी मिलों को या तो बेच दिया गया या फिर बंद कर दिया। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपया बाकी था। वर्तमान सरकार ने गन्ना किसानों को 1.26 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान किया है।