झारखंड के बोकारो से चली लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की तीसरी खेप सोमवार की शाम कैंट स्टेशन पहुँची मीरजापुर और आजमगढ़ कोटे की एक टैंकर अनलोड कराने के बाद शेष चार टैंकर के साथ पूरी रैक लखनऊ के लिए की प्रस्थान
वाराणसी/आज़मगढ़। झारखंड के बोकारो से चली लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की तीसरी खेप सोमवार की शाम 7.25 बजे कैंट स्टेशन पहुची। मीरजापुर और आजमगढ़ कोटे की एक टैंकर अनलोड कराने के बाद शेष चार टैंकर के साथ पूरी रैक 7.45 बजे लखनऊ के लिए प्रस्थान हो गई। कैंट स्टेशन के वाशिंगलाइन में बने रैंप पर अनलोड कराने के बाद टैंकर को सड़क मार्ग से मिर्जापुर के लिए रवाना कर दिया गया। बोकारो स्टील सिटी से सुबह लगभग 7 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस-3 चलाई गई थी। ट्रेन में 90 टन एलएमओ की क्षमता के पांच टैंकर लदे हुए थे। इसके पूर्व कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर पांच पर ट्रेन को प्लेस कराया गया। यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों ने वाराणसी कोटे के टैंकर को काटकर अलग किया। दूसरा पावर इंजन जोड़कर टैंकर लदे वैगन को शंटिंग करते हुए वाशिंगलाइन स्थित अनलोडिंग स्थल तक लाया गया। यहां टैंकर के पहियों में हवा भरकर उसे मालगोदाम गेट से बाहर निकाला गया। करीब रात्रि 9 बजे ऑक्सीजन टैंकर को सुरक्षा घेरे में मिर्जापुर जिले के लिए भेज दिया गया। इस मौके एडीएम सिटी सहित आरपीएफ, जीआरपी व जिला पुलिस की टीम भी मौजूद रही। इसके पूर्व एलएमओ की दूसरी खेप बीती रात 1.40 बजे कैंट स्टेशन से लखनऊ के लिए रवाना हो चुकी थी। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन का समयबद्ध संचालन कर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमए) पहुचाया जा रहा है। झारखंड के बोकारो स्टील सिटी से 46.48 हजार लीटर एलएमए लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस-2 लखनऊ के लिए प्रस्थान हुई। इसके पूर्व 23 अप्रैल को वाराणसी में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की पहली खेप आई थी। रेलवे प्रशासन की माने तो बोकारो- लखनऊ के बीच ऑक्सीजन एक्सप्रेस-4 भी चलाने का विचार किया जा रहा है।