भोजपुरी गायक ओंकार प्रिंस के मर्मस्पर्शी गीत की यूट्यूब पर मची धूम -वेद प्रकाश सिंह 'लल्ला' आजमगढ़। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए सोशल मीडिया पर तमाम तरह के उपचार व संवेदना से भरे सुझाव देखने और सुनने को मिल रहे हैं। इस संक्रमण काल में बीमार लोगों की पीड़ा दूर करने के लिए सेलिब्रिटी लोगों की भी कमी नहीं है। सोशल मीडिया पर तमाम कलाकार अपनी प्रस्तुति से लोगों को इस बीमारी से बचने के उपाय सुझा रहे हैं। इन्हीं कलाकारों में जनपद का एक उदीयमान कलाकार ओंकार प्रिंस सामने आया है। जिसके मर्मस्पर्शी भोजपुरी गीत ने यूट्यूब पर धूम मचा रखी है। जहानागंज नगर पंचायत से सटे तुलसीपुर गांव में जन्मे ओमकार प्रिंस पुत्र स्व. रामसरीख सरोज ने गायन विधा की बारीकी शहर के संगीत शिक्षक अमित ओझा से सीखी है। अपने हुनर के बल पर ओंकार ने कुछ समय पूर्व एक न्यूज़ चैनल द्वारा आयोजित 'मेरा भी नाम होगा' कार्यक्रम में शामिल होकर जिले का मान बढ़ाया। गायन प्रतियोगिता में उपविजेता बनकर वापस लौटे इस कलाकार को अभूतपूर्व सम्मान मिला। लोगों से मिले अपार स्नेह ने उसे हौसला दिया और उसने इस हौसले की उड़ान को जारी रखा। नतीजा है कि इन दिनों सोशल मीडिया के यूट्यूब पर ओमकार प्रिंस के भोजपुरी गीतों की धूम मची हुई है। हाल ही में इस कलाकार द्वारा प्रस्तुत संवेदनशील भोजपुरी गीत ने लोगों को रोने के लिए मजबूर कर दिया है। ओमकार ने गीत के माध्यम से बीमार इकलौते बेटे के उपचार के लिए चिकित्सक के पैर पकड़कर बेटे को जिंदा करने के लिए जिस तरह गुहार लगाते हुए फिल्मांकन किया है, वह हर किसी को झकझोर कर रख दे रहा है। भोजपुरी गीत का मुखड़ा इस प्रकार है ,लेईके परनवा हमार डालि दा सुगनवा में, जिंदा कईदा हिरवा हमार हो राम, लाल हमार बांटे हमरे जिंदगी क सहरवा हो मानी ला बतिया हमार'। मेरा मानना है कि भोजपुरी गीत का यह मुखड़ा हर किसी को रोने के लिए विवश कर देगा।