सुबह शहर में दिख रहा मेले जैसा नजारा -वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’ आजमगढ़। कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने सूबे में लाकडाउन लगाते हुए कोविड-19 गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का आदेश जारी किया है। यह सब केवल कागजों पर दिख रहा है। लॉकडाउन अवधि में विवाह मुहूर्त के चलते शहर में खरीददारी करने वालों की भीड़ उमड़ रही है। ग्राहक की बाट जोह रहे दुकानदार भी पलक झपकते दुकान का शटर उठाकर ग्राहकों को अंदर करने के बाद शटर गिरा दे रहे हैं। खरीददारी करने के बाद अंदर मौजूद लोगों के इशारे पर दुकानों के शटर खुलते ही उसमें से निकल रही भीड़ लोगों को हैरान कर रही है। यह सब कुछ शहर में गश्त कर रही पुलिस की आंखों के सामने हो रहा है। ऐसे में क्या कोरोना की चेन टूट पाएगी ? यह कहना मुश्किल है। सुबह लाकडाउन खुलने का लाभ उठाते हुए कपड़े, आभूषण, जूते-चप्पल व सौंदर्य प्रसाधन सामग्री के दुकानदार चैकन्नी निगाह से ग्राहकों पर नजर गड़ाए रहते हैं। यही हाल मोबाइल फोन की बिक्री करने वाले दुकानदारों का भी है। लॉकडाउन खोले जाने के दौरान केवल आवश्यक वस्तु एवं दवा की दुकानों को प्रतिबंध में शामिल नहीं किया गया है। इसका बेजा लाभ अन्य दुकानदार भी उठा रहे हैं। शहर में सुबह के समय जरूरत के सामान खरीदने वालों के हाथों में प्रतिष्ठानों के नाम छपे बैग देख हैरानी हो रही है कि आखिर दुकान बंद होने के बाद इन ग्राहकों को सामान मिले कैसे। रोचक बात यह कि सबकुछ प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए खुलेआम हो रहा है। ऐसे में यह कहना वाजिब होगा कि प्रशासन की सुस्ती की वजह से लोगों की जान के दुश्मन बने दुकानदार मुनाफे के लाभ में गश्त कर रही पुलिस की आंखों में धूल झोंक सब कुछ निपटा रहे हैं। इसके लिए प्रशासन को शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में सख्ती की आवश्यकता महसूस हो रही है।