आजमगढ़। लॉकडाउन के दौरान जब न्यायिक कार्य पूरी तरह से बंद था, नायब तहसीलदार निजामाबाद द्वारा एक न्यायिक आदेश पारित किया गया इसकी जानकारी होने पर 31 मई को अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के मंत्री प्रमोद कुमार यादव के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी निजामाबाद राजीव रत्न सिंह से मिलने गया तो आरोप है कि एसडीएम द्वारा अधिवक्ताओं को गुंडा बताते हुए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया, जिसपर अधिवक्ता आक्रोशित हो गए और बैठक कर प्रस्ताव पास कर उप जिलाधिकारी के तानाशाही रवैए के खिलाफ नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया।
एक सप्ताह से लगातार आंदोलित निजामाबाद तहसील के अधिवक्ताओं ने उप जिलाधिकारी के दमनात्मक एवं तानाशाही रवैया के खिलाफ जिलाधिकारी, आयुक्त एवं राजस्व परिषद से मांग की है कि मामले की जांच कराकर उचित कार्यवाही करें। बैठक में संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार राय, मंत्री प्रमोद कुमार यादव, अधिवक्ता राम प्रताप सिंह, सत्येंद्र राय, खलिकुज्मा, इशरत हुसैन, दिनेश यादव, रणविजय राय, बासुदेव यादव, अनिल राम, जितेंद्र हरि पांडेय, राम समुझ, हंसराज, किशोरी लाल, कमलेश, श्याम प्रकाश आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।