दो साल से वकील की नाबालिग बेटी को ब्लैकमेल कर करता रहा शोषण
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में भाजपा नेताओं का एक के बाद एक कारनामा निकलकर सामने आ रहा है। अब नया कांड युवा मोर्चा के क्षेत्रीय कार्य समिति सदस्य विवेक निगम ने कर दिया। जिसके बाद नेता के खिलाफ किदवई नगर पुलिस ने नाबालिग छात्रा से रेप की एफआईआर दर्ज की है। पेशे से अधिवक्ता, पीड़िता के पिता का आरोप है कि 2 साल से विवेक उनकी बेटी को ब्लैकमेल कर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। अब पार्टी के दबाव में किदवई नगर पुलिस आरोपी नेता की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। मामले में किदवई नगर थाना प्रभारी का कहना है कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने और मजिस्ट्रेटी बयान के बाद आरोपी नेता को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। आरोपी विवेक के कई बड़े नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए हैं। थाना किदवई नगर क्षेत्र में रहने वाले अधिवक्ता के घर पर भाजयुमो के क्षेत्रीय कार्य समिति सदस्य विवेक निगम का मुकदमों के सिलसिले में आना-जाना था। आरोप है कि इसी दौरान विवेक निगम ने उनकी नाबालिग बेटी को झांसे में लेकर नजदीकी बढ़ाई और 2019 में उसे अपने घर बुलाकर दुष्कर्म किया। अधिवक्ता के मुताबिक बेटी कक्षा 11 की छात्रा है। आरोप है कि भाजपा नेता ने छात्रा का वीडियो भी बना लिया और ब्लैकमेल करते हुए लगातार उसके साथ संबंध बनाए। विवेक से त्रस्त होकर छात्रा ने घर में पूरी बात बताई। जिसके बाद परिजनों ने रविवार 13 जून को किदवई नगर थाने में विवेक निगम के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। भाजपा युवा मोर्चा के विवेक निगम पर रेप की एफआईआर से पहले भी संगठन के कई नेताओं का कच्चा चिट्ठा सामने आ चुका है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में 17 जिलों के प्रभारी क्षेत्रीय अध्यक्ष विकास दुबे का नेपाल में कथित कॉलगर्ल के साथ वायरल फोटो हाल ही में सामने आया था। वहीं क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर ने सत्ता के रसूख का इस्तेमाल करते हुए अपनी हिस्ट्रीशीट खत्म करा ली थी। जिसमें अब शासन ने जांच के आदेश दिए हैं। बीते दिनो हिस्ट्रीशीटर को भगाते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष शिवबीर भदौरिया और पूर्व जिला मंत्री नारायण भदौरिया वीडियो में कैद हुए थे। बिकरु कांड में भाजयुमो के प्रदेश मंत्री प्रमोद विश्वकर्मा की लग्जरी कार विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के पास मिली थी। जिससे वह विकास दुबे को फरार कराने जा रहा था। तब सत्ता का दबाव होने के चलते प्रमोद को आरोपी नहीं बनाया गया था। इस सनसनीखेज मामले को लेकर कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 'इस संबंध में भाजयुमो के पदाधिकारियों से बात कीजिए। वह मेन बॉडी के क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं। भाजयुमो के सबसे बड़े पदाधिकारी क्षेत्रीय अध्यक्ष और उपाध्यक्ष खुद ही जांच के दायरे में हैं।' कानपुर भाजपा में एक के बाद एक कई नेताओं की कारगुजारियां सामने आने से भाजपा की जमकर फजीहत हो रही है। ऐसे में पार्टी का आलाकमान 2022 विधानसभा चुनाव की गणित साधने में दिन रात एक कर रहा है। बावजूद इसके भाजपा में कानपुर महानगर में इस तरह के कांड आने से कुचर्चाओं का दौर शुरू हो गया है, जो अब थमने का नाम नहीं ले रहा है।