फर्जी प्रमाणपत्र पर पाई शिक्षक और लिपिक की नौकरी, पांच गिरफ्तार, 17 पर मुकदमा दर्ज
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Sunday, July 11, 2021
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देवारिया। फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षक, कर्मचारी और दलाल समेत पांच लोगों को एसटीएफ ने शुक्रवार की रात गिरफ्तार किया है। पांचों को कोतवाली पुलिस को सौंपते हुए एसटीएफ ने इस मामले में बीएसए कार्यालय के वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 17 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने यह कार्रवाई की है। मामले में फरार चल रहे 12 लोगों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ के साथ ही कोतवाली पुलिस भी लगी हुई है। सिद्धार्थनगर जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक अवधेश नारायण मौर्य ने देवरिया के बीएसए कार्यालय के वित्त व लेखाधिकारी को पत्र भेजकर जिले के अशासकीय सहायता प्राप्त पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में अनियमित एवं फर्जी रूप से नियुक्त शिक्षकों का भुगतान रोकने को कहा था। अवधेश नारायण मौर्य पूर्व में जिले में बेसिक शिक्षाधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं। उनके कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों ने दलाल और लेखाधिकारी की मिलीभगत से चार शिक्षकों की अलग-अलग विद्यालयों में तैनाती कर दी। इसमें पूर्व बीएसए अवधेश नारायण मौर्य द्वारा निर्गत अनुमोदन पत्र संलग्न किया गया था। अवधेश नारायण मौर्य की आपत्ति के बाद भी वित्त और लेखाधिकारी ने वेतन भुगतान पर रोक नहीं लगाई। इसकी शिकायत डीआईओएस सिद्धार्थनगर ने एसटीएफ गोरखपुर से की। एसटीएफ गोरखपुर के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने मामले की जांच शुरू की तो बीएसए कार्यालय के वित्त एवं लेखाधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, विद्यालयों के प्रबंधक और दलाल समेत 17 लोगों के नाम प्रकाश में आए।
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