सीएम योगी का टीम-9 के अधिकारियों को सख्त आदेश

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सीएम हेल्पलाइन से रोज 100 वृद्धजनों का हालचाल लिया जाए 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सीएम हेल्पलाइन से रोजाना 100 वृद्धजनों का फोन कर हालचाल लिया जाए। उनके स्वास्थ्य और उनकी अन्य जरूरतों के बारे में पूछते हुए उनकी समस्याओं का समाधान कराएं। मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को टीम 9 के अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को त्वरित सहायता के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर 14567 सेवा को और बेहतर किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कैंसर की समस्या से ग्रस्त अथवा डायलिसिस कराने वाले मरीजों के इलाज में कतई देरी न हो। जॉइंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी जिलों में जाएं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी के 11 जिले अब पूरी तरह कोरोना मुक्त हो चुके हैं। अब इनमें एक भी एक्टिव केस नहीं है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 857 रह गई है। ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों (18 अप्रैल 2020) में थी। लेकिन हमें पूरी तरह सतर्क रहना है। अलीगढ़, बदायूं, बस्ती, बहराइच एटा, फतेहपुर, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महोबा और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। 53 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 22 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि विभिन्न औद्योगिक समूहों/सामाजिक संस्थाओं ने हेल्थ एटीएम उपलब्ध कराने की इच्छा जताई है। ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर सहयोग प्राप्त किया जाए। इसे नजदीकी जिला अस्पताल की टेलीकन्सल्टेशन सेवा से भी जोड़ा जाए। हेल्थ एटीएम के सुचारू संचालन के लिए पैरामेडिक्स का प्रशिक्षण कर तैनाती की जाए। प्रदेश के नौ जिलों में अतिशीघ्र मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होने जा रहा है। इन सभी नौ मेडिकल कॉलेजों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर कार्यों की दैनिक समीक्षा की जाए। अयोध्या के समग्र विकास के कार्यों की गति तेज करने की आवश्यकता है। 
सीएम योगी ने कहा कि जन समस्याओं, शिकायतों, अपेक्षाओं के त्वरित समाधान के लिए तहसील दिवस और थाना दिवस का आयोजन प्रारंभ हो गया है। इसमें प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का निराकरण कतई लंबित न रखें। जनता की संतुष्टि ही अधिकारियों की कुशलता का मानक है। लोगों के शिकायती पत्रों पर संवेदनशीलता बरतें। आईजीआरएस के प्रकरणों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाए।

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