आजमगढ़: पुलिस पर हमला करने वालों ने बचाव के लिए खुद तोड़े अपने घर-एसपी
By -Youth India Times
Monday, July 05, 20212 minute read
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धरनारत ग्रामीणों को मिल रहे राजनैतिक समर्थन के बाद आया पुलिस का बयान -वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’ आजमगढ़। रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया बाजार में बीते 26 जून को दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों को उग्र लोगों ने बुरी तरह घायल कर दिया। इस मामले में हमलावर पक्ष के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट के बाद आरोपियों ने अपने बचाव के लिए खुद के घरों में तोड़फोड़ की और इल्जाम पुलिस पर लगाया जो पूरी तरह निराधार है। उक्त बातें पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने सोमवार को मीडिया के लिए जारी अपने बयान में कही।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बीते 26 जून की शाम पलिया गांव के प्रधान मुन्ना पासवान एवं उनके साथियों द्वारा बाजार में आती-जाती लड़कियों के साथ छेड़खानी की जा रही थी। इस घटना को देख पलिया बाजार में रहने वाले एक चिकित्सक के पुत्र ने वीडियो बनाना शुरू किया। यह देख मुन्ना पासवान और उसके साथियों ने वीडियो बनाने वाले लिट्टन विश्वास को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया। मारपीट की सूचना पाकर रौनापार थाने के दो पुलिसकर्मी मुखराज यादव व विवेक त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। वहां मौजूद हमलावरों ने दोनों सिपाहियों के साथ भी बुरी तरह मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ डाले। गंभीर रूप से घायल आरक्षी विवेक त्रिपाठी का उपचार चल रहा है। इस मामले में मुन्ना पासवान समेत 11 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई। घटना के बाद से हमलावर फरार चल रहे हैं। इतना ही नहीं घटना के दूसरे दिन हमलावरों ने अपने बचाव में कई घरों में तोड़फोड़ की। अब गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपीगण महिलाओं को आगे कर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कार्यवाही से बचने के लिए तथा पुलिस पर दबाव बनाने के उद्देश्य से आरोपी पक्ष के द्वारा असत्य एवं निराधार आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियुक्तगणों के घरों में तोड़फोड़ करने के संबंध में भी रौनापार थाने में अज्ञात के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। बताते चलें कि इस घटना को लेकर ग्रामीणों द्वारा दिए जा रहे धरने को राजनैतिक दल भी समर्थन दे रहे हैं।