तलाश थी चंदन सोनकर की, उठा लिया चंदन चौहान को जौनपुर। जिला पुलिस की क्राइम ब्रांच सेल से रविवार को बड़ी चूक हो गई। उसे तलाश थी चंदन सोनकर की जबकि उठा लिया चंदन चौहान को। करीब दो घंटे तक सख्ती से की गई पूछताछ के बाद गलती का एहसास होने पर पुलिसकर्मी चंदन चौहान को उसके घर छोड़कर चले गए। पीड़ित के स्वजन ही नहीं, मोहल्लेवासियों में भी इसे लेकर खासा आक्रोश है। लाइन बाजार थाना क्षेत्र के पचहटिया निवासी करम सिंह चौहान के घर रविवार की सुबह करीब 11.30 बजे नीली बत्ती लगे चार पहिया वाहनों से दर्जनों लोग धमक पड़े। कुछ पुलिस वर्दी में थे तो कुछ सादेवेश में। धड़धड़ाते हुए घर में घुसे और करम सिंह चौहान के पुत्र चंदन चौहान को नाम पूछने के बाद दबोच लिया। बाल पकड़कर घसीटते व पीटते हुए वाहन में लादकर उठा ले गए। घटना से आस-पास के लोग स्तब्ध हो गए। तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं। डरे-सहमे स्वजन तलाश करते शीतला चौकिया पुलिस चौकी फिर लाइन बाजार थाने पहुंचे। थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र यादव व चौकी प्रभारी राघवेंद्र बहादुर सिंह ने अनभिज्ञता जताई। चंदन चौहान की मां धनरा देवी-पिता करम सिंह चौहान व अन्य स्वजन रोते-बिलखते उसकी सलामती की दुआएं करने लगे। करीब दो घंटे बाद तब स्वजन की जान में जान तब आई जब वही लोग उसे वाहन से घर पहुंचा गए, जो उठाकर ले गए थे। चंदन चौहान ने बताया कि उसे पिटाई करते हुए वाहन सवार लोग शहर कोतवाली इलाके की सरायपोख्ता पुलिस चौकी ले गए। पूछने पर उसने अपना नाम चंदन चौहान बताया तो कहे कि चंदन सोनकर को जानते हो। यही सवाल कई बार किया। बार-बार उसके इन्कार करने पर पुलिसकर्मियों को अपनी चूक का एहसास हो गया और घर छोड़कर चले गए। पुलिस की इस कार्यप्रणाली से स्वजन ही नहीं, पास-पड़ोस के लोगों में भी आक्रोश व्याप्त है। घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार मिश्र ने इस बारे में पूछने पर कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।