असलहों से लैस दबंगों ने दिन दहाड़े बुलडोजर से ध्वस्त करा दी दीवार गोरखपुर। गोरखपुर शहर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र में पंचमुखी हनुमान मंदिर के निकट एक विवादित जमीन पर असलहो से लैस दबंगों ने जेसीबी लेकर चढ़ाई कर दी और पांच मिनट के भीतर ही दीवार गिरा दी। गत 26 जून को भी ऐसा ही प्रयास किया गया था तब एडीजी और एसएसपी ने फोर्स भेजकर दबंगई रुकवाई और एसडीएम तथा एएसपी की ज्वाइंट टीम बनाकर रिपोर्ट मांगी। साथ ही अफसरों ने रिपोर्ट आने तक मुकामी पुलिस को यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए थे। घटना में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास 314 नम्बर के एक भूखंड को लेकर मनोज श्रीवास्तव आदि का अपने पट्टीदार सुनील चन्द्र तथा हरिओम श्रीवास्तव के साथ विवाद चल रहा है। मामला एसडीएम सदर तथा सिविल जज की अदालत में विचाराधीन है। इसी बीच सुनील चन्द्र तथा हरिओम आदि ने गत 26 जून को इस भूखंड की समस्त जमीन पर कब्जा करने करने के लिए दस-बारह लोगों के साथ चढ़ाई कर दी। वे लोग वर्षों से बनी मनोज की दीवार तोड़ना शुरू किया तो मनोज के पक्ष ने पुलिस के आलाधिकारियों से संपर्क किया। एडीजी अखिल कुमार ने फौरन एसएसपी को फोन कर तोड़फोड़ रोकने का आदेश दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो तोड़फोड़ करने वाले भाग खड़े हुए। इस प्रकरण में एडीजी ने एसडीएम और एएसपी की संयुक्त टीम को दोनों पक्षों के कागजात की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए साथ ही रिपोर्ट आने तक यथास्थिति बनाए रखने के लिए रामगढ़ ताल के इंस्पेक्टर को भी आदेश दिया। ताजा घटनाक्रम करीब सात-आठ लोग असलहों के से लैस होकर विवादित जमीन पर जेसीबी मशीन लेकर पहुंच गये। पांच मिनट के भीतर ही आंधी से ज्यादा दीवार गिरा दी गयी। दूसरे पक्ष के लोगों ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो गाली देते हुए बदमाशों ने उन्हें दौड़ा लिया। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार से संपर्क किया तो पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस देखकर आततायी भाग खड़े हुए मगर जेसीबी मशीन अन्दर ही फंसी रह गई। एसएसपी ने घटना का संज्ञान लिया तो पता चला कि उनके कार्यालय में एसडीएम और एएसपी की संयुक्त रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें लिखा गया है कि उक्त भूखंड के संबंध में मुकदमा एसडीएम सदर और सिविल जज की अदालत में विचाराधीन है लिहाजा यथास्थिति बनाए रखा जाए। रिपोर्ट देखकर एसएसपी ने फौरन रामगढ़ ताल के थाना प्रभारी को तोड़फोड़ करनेवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और जेसीबी मशीन जब्त करने का निर्देश दिया। एसएसपी ने इस प्रकरण में स्पष्ट निर्देश के बाद भी तोड़फोड़ किए जाने को गंभीरता से लेते हुए इंस्पेक्टर पर नाराजगी जताई। एसएसपी के आदेश के बाद मुकामी पुलिस ने तोड़फोड़ करनेवाले सुनील चन्द्र, हरिओम, हेमु उर्फ आदित्य, नितिन नारायण, मोनू मिश्रा के साथ ही आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ भादवि की धारा 147, 427, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जेसीबी जब्त कर लिया है। इस घटना से दूसरे पक्ष के लोगों में दहशत है। वे लोग पुलिस की भूमिका से भी हैरान हैं कि आला अफसरों की जानकारी और रोक के बाद भी जेसीबी लगाकर तोड़फोड़ करने की हिम्मत बिना स्थानीय पुलिस की सहमति से कैसे संभव है।