कोविड का टीका लगाये बिना ही कई लोगों को जारी हो गया प्रमाण पत्र
By -Youth India Times
Monday, August 30, 2021
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने तकनीकी गड़बड़ी को बताया वजह रिपोर्ट-अशोक जायसवाल बलिया । उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बिना कोविड-19 के टीकाकरण के ही लोगों के प्रमाण पत्र जारी होने की खबर है। मामला जनपद के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के हुसैनाबाद गांव का है जहां टीका लगाए बगैर ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीका लगाने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इसकी वजह तकनीकी गड़बड़ी को बताया है। जिला के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के हुसैनाबाद गांव में ऐसे अनेक मामले सामने आये हैं जिसमें बिना टीका लगाये ही टीका लगने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। प्रमाण पत्र जारी होने के बाद उक्त गांव के लोग सकते में हैं। गांव निवासी 34 वर्षीय विनायक चैबे ने पत्रकारों को बताया कि वह हरियाणा के गुड़गांव में नौकरी करते हैं। गुड़गांव में उन्होंने टीके के लिए एप पर अपना पंजीयन कराया था, परंतु उन्होंने वैक्सीन की अभी डोज नहीं ली थी। पिछले बृहस्घ्पतिवार को जब वह अपने गांव पहुंचे, तो उन्घ्हें पता चला कि अगले दिन शुक्रवार को गांव में टीकाकरण का शिविर लगने वाला है। विनायक ने बताया कि वह अपने छोटे भाई विमलेश चैबे और बहन प्रियंका चैबे के साथ टीका लगवाने गये। शिविर में हमने अपनी तमाम जानकारी दे दी और बैठकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे। वहां टीका लगवाने वालों की काफी भीड़ इकठ्ठी थी।दिन भर इंतजार के बाद भी उनकी बारी नहीं आई । शाम को वह अपने भाई व बहन के साथ घर लौट गए। जानकारी दी कि उनके मोबाइल पर रात के करीब 10 बजे एक मैसेज आया कि उनको टीका लग चुका है। उन्होंने पोर्टल पर प्रमाण पत्र देखा। उस पर उनकी ही जानकारी दी गई है, जबकि उन्हें टीका लगा ही नहीं है। गांव की ही रहने वाली 22 वर्षीय रानी दुबे और 25 वर्षीय आरती दुबे की भी ऐसी ही समस्या है। रानी दूबे ने भी पत्रकारों को बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मैं, मेरी दीदी आरती दुबे और भतीजी प्रगति दुबे टीका लगवाने पहुंचे। वहां काफी भीड़ थी। जैसे-तैसे हमने अपने आधार कार्ड का नंबर और फोन नंबर लिखवाया और अपनी बारी का इंतजार करने लगे। शाम पांच बजे तक हमने इंतजार किया, लेकिन हमारी बारी नहीं आई। फिर हम वापस लौट आए।