हमले में महिलाएं भी थीं शामिल, एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज लखनऊ। लखनऊ के आमलबाग कोतवाली में शुक्रवार रात ढाई बजे चेकिंग कर रहे दरोगा ने नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन होते देख स्कूटी सवार लोगों से पूछताछ की थी। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध कर दिया। पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए व्यापार में नुकसान होने की बात कह कर भीड़ को उकसाया गया। जिसके बाद ही गश्ती टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। हमलावरों से बच कर किसी तरह से दरोगा कोतवाली पहुंचे। शनिवार को महिलाओं समेत एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार रात मवैया चौकी प्रभारी प्रदीप सिंह सिपाही मनोज और अंकित के साथ गश्त कर रहे थे। वह लोग श्रम विहार कॉलोनी के पास रुक कर चेकिंग करने लगे। इस दौरान स्कूटी सवार दो युवक वहां से गुजरे। जिन्हें दरोगा ने रोक लिया। रात्रि कर्फ्यू प्रभावी होने के बाद घूमने का कारण पूछे जाने पर युवक उग्र होकर गाली गलौज करने लगे। पुलिस कर्मियों के टोकने पर एक युवक ने शोर मचा कर श्रम विहार कॉलोनी में रहने वाले लोगों को जमा कर लिया। जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं। कॉलोनी वासियों ने दरोगा और सिपाहियों के कारण व्यापार ठप होने की बात कही। इस बीच भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस कर्मी हमले से बचने में किसी तरह से कामयाब हुए। इस बीच आलमबाग कोतवाली अमरनाथ विश्वकर्मा को घटना की सूचना दी गई। जिसके बाद अतिरिक्त फोर्स मौके पर पहुंच गई। सघन चेकिंग अभियान देख कर हमले में शामिल महिलाएं और पुरुष भाग निकले। जिन्हें पुलिस तलाश रही है। शनिवार दोपहर प्रदीप सिंह ने श्रम विहार निवासी मनोरमा, हिना, सोनी उर्फ चुहिया, शिवा, करन और तूफान के खिलाफ जानलेवा हमला करने, सरकारी काम में बाधा डालने, बलवा व धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर के मुताबिक पथराव में सरकारी जीप क्षतिग्रस्त हुई है। आलमबाग में स्मैक और चरस की बड़े पैमाने पर बिक्री होती है। बीते कुछ दिनों में पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की है। जिससे तस्करी में शामिल लोग आक्रोशित रहते हैं। शुक्रवार रात भी युवकों को मादक पदार्थ होने के शक में रोका गया था। पुलिस को शिकंजा कसते देख बचने के लिए युवकों ने शोर मचा कर कॉलोनी वासियों को जमा कर लिया। हमलावर भीड़ में शामिल कुछ महिलाएं तस्करी के आरोप में जेल भी जा चुकी हैं।