आजमगढ़: शीशे की तरह पारदर्शी हो दान में मिली धनराशि का हिसाब- शेली
By -Youth India Times
Friday, September 10, 2021
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कहा धार्मिक संस्थाओं की आमदनी और खर्च का ब्यौरा जानना आवाम का हक आजमगढ़। धार्मिक स्थलों एवं संस्था में आवाम द्वारा शवाब एवं पुण्य की नियत से दी गई धनराशि का हिसाब शीशे की तरह पारदर्शी होना चाहिए। दान में मिली धनराशि और खर्च का हिसाब जानने का हक आवाम का भी होता है। उक्त बातें शहर जामा मस्जिद एवं शहर ईदगाह ट्रस्ट के प्रबंधकध् सचिव हाशिर आफताब खान शेली ने शुक्रवार को शहर के कोट मोहल्ले में प्रेस प्रतिनिधियों से हो रही वार्ता के दौरान कही। श्री शेली ने कहा कि धार्मिक संस्थाओं की कमेटियों एवं धर्म गुरुओं को आमदनी और खर्च आवाम के सामने समय-समय पर रखते रहना चाहिए और बताना चाहिए कि आप का दिया हुआ पैसा हमने कहां खर्च किया। साथ ही आवाम का यह हक भी बनता है और फर्ज भी है कि वो जानें कि उनका दिया हुआ पैसा सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं। बहुत से धार्मिक स्थलों में पारदर्शिता देखने को मिलती है पर अधिकतर धार्मिक संस्थाओं की कमेटियां एवं धर्म गुरुओ द्वारा कोई हिसाब-किताब नहीं रखा जाता है। यह बेहद अफसोस की बात है और धार्मिक स्थलों में पैसा देने वाली आवाम का यह मानना है कि हमने जो पैसा दिया है वह शवाब अथवा पुण्य की नियत से दिया गया है अल्लाह और ईश्वर के नाम पर। मेरा यह मानना है कि यह देने वाले की भी जिम्मेदारी और फर्ज भी है कि आप के दिए जाने वाले पैसे का सही इस्तेमाल कमेटियां एवं धर्म गुरुओं द्वारा किया जा रहा है कि नहीं। जिस दिन आप सवाल करना शुरू करेंगे उस दिन से धार्मिक संस्थाओं की कमेटियों एवं धर्म गुरुओं में एक डर पैदा होगा जो धार्मिक स्थलों में दिए जाने वाले पैसों का गलत इस्तेमाल करते हैं। शायद वह आवाम के पैसों का गलत इस्तेमाल करना बंद कर दें। अंत में श्री शेली ने कहा कि जो धार्मिक संस्थाएं पूरे ईमानदारी से काम कर रही हैं मैं उन्हें दिल से मुबारकबाद देता हूं और जो संस्थाएं और धर्मगुरु अल्लाह और ईश्वर के नाम पर दिए गए पैसे को खा रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। आवाम के सामने बेनकाब होने चाहिए क्योंकि एक होता है दुनियावी भ्रष्टाचार और दूसरा धार्मिक भ्रष्टाचार। दुनियावी भ्रष्टाचार का फैसला तो दुनिया में हो जाएगा मगर धार्मिक भ्रष्टाचार जो लोग कर रहे हैं उनका हिसाब-किताब ऊपर वाले की अदालत में होगा। जब ऊपरवाला हिसाब लेगा धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार करने वालों को मालूम हो जाएगा कि वह दुनिया में क्या करके आए हैं।