विद्युत समस्याओं के निराकरण के लिए रहते थे मुस्तैद रिपोर्ट-अशोक जायसवाल बलिया। बिल्थरारोड नपं के वार्ड नंबर 7 निवासी सत्यनारायण उर्फ सत्ते भाई की गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। बुधवार को दिल का दौरा पड़ने के चलते उन्हें गोरखपुर ले जाया गया था। उनके निधन का समाचार सुनकर बिल्थरारोड नगर में शोक की लहर दौड़ गई। देर शाम सरयू नदी के तुर्तीपार घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बिल्थरारोड नगर में सत्ते नाम से मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण काफी हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति थे। मुहल्लेवासियों के साथ ही बड़े बुजुर्गों के साथ हंसी मजाक करना उनकी फितरत थी। उदास व्यक्तियों को भी अपने मजाकिया स्वभाव से हंसा देना उनका सबसे बड़ा गुण था। नगर व क्षेत्र में विद्युत फाल्ट के दौरान वह दिन रात विद्युत विभाग के कर्मचारियों के साथ उनका भरपूर सहयोग करते नजर आते थे तथा विद्युत समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहते थे। कुछ माह पूर्व ही उनकी पत्नी रानी (रानी ब्यूटी पार्लर की संचालिका) की असामयिक मौत ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था। इस दुःखद घटना के बावज़ूद सामाजिक कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी। बताया जाता है कि बुधवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद गोरखपुर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां गुरुवार को इलाज के दौरान उनकी सांसे टूट गई। चार पुत्रों में से सबसे छोटे पुत्र ने उन्हें मुखाग्नि दी।