सुपर फैसलिटी अस्पताल के चार डाक्टरों की टीम ने किया सफल आपरेशन
आजमगढ़। गुदाद्वार के रास्ते सजायाफ्ता कैदी के पेट में घुसी बोतल को मंगलवार की दोपहर चक्रपानपुर स्थित सुपर फैसिलिटी अस्पताल में तैनात चार डाक्टरों की टीम ने घंटों चले ऑपरेशन के दौरान पेट चीरकर बोतल को बाहर निकाला अस्पताल में उपचाराधीन कैदी स्वास्थ्य लाभ कर रहा है।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र का रहने वाले 35 वर्षीय युवक को दुष्कर्म के मामले में अदालत से सजा सुनाई गई है। जिला कारागार में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदी रविवार को दिन में अचानक गिरा और संयोगवश 500 एमएल की बोतल गुदाद्वार के रास्ते उसके पेट में घुस गई। असह्य पीड़ा से कराह रहे कैदी को जेल अस्पताल के चिकित्सक की सलाह पर देर शाम जिला अस्पताल ले जाया गया। घटना की जानकारी के बाद हैरान जिला अस्पताल के चिकित्सक ने अपने हाथ खड़े करते हुए बेहतर उपचार के लिए उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। देर रात उक्त कैदी को चक्रपानपुर स्थित सुपर फैसिलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां अस्पताल में तैनात चिकित्सकों ने बुधवार को आपरेशन कर पेट में फंसी बोतल को निकालने की सहमति दी लेकिन असह्य दर्द से कराह रहे कैदी की हालत देख चिकित्सकों ने मंगलवार को ही उसका आपरेशन करने का मन बना लिया। सुपर फैसिलिटी अस्पताल में तैनात सर्जन डा. अखिलेश मौर्य व डा. रामकिंकर पांडेय के साथ ही एनेस्थीसिया के चिकित्सक डा. रवि एवं डा. विजय यादव की निगरानी में कैदी का आपरेशन शुरू हुआ। चिकित्सकों की टीम ने अथक प्रयास कर कैदी का पेट चीर अंदर फंसी बोतल को सफलतापूर्वक निकाल लिया। इस बात की जानकारी होने पर जेल प्रशासन ने कैदी की चिकित्सा में लगी चिकित्सकों की टीम का आभार जताया है। यह घटना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।