डॉक्टर द्वारा बच्ची से गंदी हरकत मामले में लापरवाही पर डीआईजी ने की कार्रवाई मिर्जापुर। यूपी के भदोही में इलाज के बहाने चिकित्सक द्वारा 13 वर्षीय किशोरी से गलत हरकत करने संबंधी वीडियो वायरल हुआ था। मामले को डीआईजी आरके भारद्वाज ने गंभीरता से लिया है। उनके निर्देश पर एसपी ने विवेचना कर रहे एसआई अभिनाश प्रकाश राय चौकी प्रभारी रजपुरा को निलंबित कर दिया है। वहीं भदोही कोतवाल अंजनी कुमार राय को जिम्मेदारी का ठीक ढंग से निर्वहन न करने पर हटा दिया है। इसके अलावा डीआईजी ने साक्ष्य को नष्ट करने में संलिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई करने तथा दोषी पाए जाने पर अस्पताल, चिकित्सक का रजिस्ट्रेशन निरस्त कराने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने आगे की विवेचना किसी अन्य सर्किल के विवेचक से कराने को कहा है। कुछ दिन पहले भदोही में इलाज के लिए आई किशोरी से एक चिकित्सक के गलत हरकत करने का वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले का डीआईजी विंध्याचल परिक्षेत्र ने संज्ञान लिया और भदोही एसपी को कार्रवाई का निर्देश दिया था। इस मामले में चिकित्सक के खिलाफ सामान्य धारा लगाकर मामले की लीपापोती का प्रयास शुरू हो गया। समीक्षा के दौरान गंभीर मामले में हल्की धारा लगाने के साथ ही विवेचना में मनमानी और कई तरह की कमियां सामने आने पर पर डीआईजी ने कार्रवाई का निर्देश दिया था। मामले में चिकित्सक डॉ. एसके चौहान के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है। वीडियो मामले में बच्ची के परिजनों का आरोप है कि तबीयत खराब होने पर वह बेटी को लेकर अस्पताल गए थे। जांच के नाम पर चिकित्सक ने बेटी को केबिन में बुलाया। लेकिन गंदी हरकत की। इसकी जानकारी नाबालिग ने परिजनों को दी थी, जिसके बाद परिजनों का चिकित्सक से विवाद भी हुआ था। लेकिन बदनामी के भय से वे पुलिस के पास नहीं गए। इस बीच किसी ने वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जब मामला डीआईजी के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए पहले परिजनों का पता लगाने को कहा। बातचीत के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। चिकित्सक डॉ. एसके चौहान के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है। डीआईजी आरके भारद्वाज ने एसपी डॉ. अनिल कुमार को कहा है कि जिस मोबाइल से वीडियो बनाकर वायरल किया गया है उस मोबाइल को बरामद कराएं। वीडियो जिन लोगों को भेजा गया है उन सभी से वीडियो को डिलीट कराएं। बच्चों के प्रति होने वाले लैंगिक अपराध के लिए सेमिनार का आयोजन कराया जाएगा। डीआईजी ने ऐसे मामलों की संवेदनशीलता, गंभीरता, जागरूकता के लिए सेमिनार आयोजित करने को भी कहा है जिससे विवेचकों को उचित मार्गदर्शन मिल सके।