डीएम ने दिया विवि की तैयारियों का ब्यौरा आजमगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमबांध में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। डीएम राजेश कुमार ने उन्हें बताया कि जिस स्थान पर राज्य विश्वविद्यालय बन रहा है। वह 52 एकड़ से अधिक जमीन है। यहां का वाटर लेबल दो मीटर है। जिसकी वजह से कम बारिश होने पर पानी ऊपर आ जाता है। 13 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर सीएम ने अधिकारियों को कई दिशा निर्दश दिए। डीएम ने बताया कि कार्यक्रम के लिए अफसरों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से दोपहर लगभग दो बजे हेलीकॉप्टर से यहां आए।
आजमगढ़ में विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग अर्से से की जा रही थी। इस दौरान कई सरकारें आयीं और चली गयीं। साल 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना करने की घोषणा कर दी। सरकार की घोषणा के बाद मोहब्बतपुर में जमीन फाइनल हो गई। इस बीच, मार्च 2021 के अंत में प्रशासन ने सदर तहसील के यशपालपुर गांव (आजमबांध) में विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। सदर तहसील के यशपालपुर गांव के यशपाल गांव (आजमबांध) में 50 एकड़ से अधिक जमीन ग्राम समाज के हिस्से की है। विश्वविद्यालय बनवाने के लिए प्रशासन को जितनी जमीन की आवश्यकता है उतनी आसानी से मिल गई। ऐसे में उसे अतिरिक्त जमीन खरीदनी नहीं पड़ेगी। आजमबांध में विश्वविद्यालय का 13 नवंबर को शिलान्यास होने से पहले ही जमीन को गंदगीमुक्त की जा रही है। जमीन और सड़कों की सफाई के लिए विकास खंड पल्हनी, बिलरियागंज, रानी की सराय, सठियांव और जहानागंज ब्लॉक के छह सौ से अधिक सफाईकर्मियों को लगाया गया है। वे दिवाली पर छुट्टी के दिन भी मैदान और रास्ते साफ करते दिखे। सदर तहसील के यशपालपुर (आजमबांध) गांव में 13 नवंबर को गृहमंत्री अमित शाह के आगमन से पूर्व ही जिला प्रशासन सारी खामियों को दुरुस्त कराने में जुटा हुआ है। सफाईकर्मियों के जरिए जहां रास्तों को साफ-सुथरा किया जा रहा। बड़े पैमाने पर सफाईकर्मियों सहित अन्य अधिकारियों को आजमबांध के आसपास के गांव में पॉलीथिन को बंटोरकर इकट्ठा कर रहे हैं।