कारोबारी के साढ़े चार लाख रुपये हजम करने का मामला वाराणसी। जंसा थाना क्षेत्र के कतवारूपुर के पास सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम स्टैटिक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ बीती सात फरवरी को संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। उस दौरान व्यापारी वीर चौरसिया पुत्र रमेशचन्द चौरसिया निवासी आनन्दनगर, अहमदगंज, जनपद भदोही अपने मित्र उमेश यादव के साथ मोटर साइकिल से आ रहे थे जो चेकिंग होता देख बैग लेकर मोटर साइकिल से उतर कर पैदल चलने लगे। एसएसटी टीम द्वारा उनको रोककर जांच पड़ताल की गई तो बैग से 8.5 लाख रूपया प्राप्त हुआ। जांच और पूछताछ के दौरान व्यापारी द्वारा 4.5 लाख रूपये के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो एसएसटी टीम द्वारा 4.5 लाख रूपये इनकम टैक्स में जमा कराने हेतु कब्जे में ले लिया गया। वहीं व्यापारी को बताया गया कि इनकम टैक्स में उचित जवाब देकर अपना रूपया वापस करा लेना। व्यापारी द्वारा रिश्तेदारों को इसकी जानकारी रात को दी गई, वहीं इस बाबत कोई रसीद न मिलने पर और थाने या इनकम टैक्स से कोई सूचना प्राप्त न होने पर उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना जंसा पर सम्पर्क किया गया। थानाध्यक्ष जंसा द्वारा प्रारंभिक जानकारी कर चुनाव से जुड़ी एस.एस.टी. टीम का मामला होने के कारण उक्त सूचना जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण को आठ फरवरी सुबह दी गई। मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुए आठ फरवरी सुबह एडीएम सिटी/ आचार संहिता प्रभारी व एडिशनल एसपी ग्रामीण की संयुक्त जांच बैठाई गयी। जांच से यह तथ्य प्रकाश में आया कि एसएसटी टीम द्वारा व्यापारी से जो 4.5 लाख रूपये कब्जे में लिया गया था नियमानुसार सीज की कार्यवाही करते हुए इनकम टैक्स में जमा कराया जाना था लेकिन एसएसटी टीम द्वारा अपने पास ही रख लिया गया है। आठ फरवरी की रात में रिपोर्ट प्राप्त होने पर यह पाया गया कि एसएसटी का यह कृत्य आपराधिक प्रकृति का है। उक्त घटना के क्रम में थाना जन्सा पुलिस द्वारा मुकदमा एसएसटी टीम पर गबन हेतु पंजीकृत किया गया है। वहीं इस मामले में सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं इस टीम को हटा कर नई एसएसटी टीम लगा दी गई है। पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण द्वारा स्टैटिक टीम में नियुक्त पुलिस कर्मचारीगण को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। जबकि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा एसएसटी टीम के सदस्यों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही करने की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग को की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों में मुकेश कुमार कुशवाहा सीडीपीओ, बाल विकास विभाग, विद्यार्थी सिंह उप निरीक्षक, जटा शंकर पांडे हेड कांस्टेबल, संजय कुमार कांस्टेबल, अमित सिंह यादव कांस्टेबल, सौरभ सेठ वीडियोग्राफर, गोरख यादव ड्राइवर शामिल हैं जिनको कोर्ट में जेल भेजने के लिए पेश किया जा रहा है।