नकल के खिलाफ जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट, गड़बड़ी पाये जाने पर होगी सख्त कार्रवाई-डीआईओएस रिपोर्ट-राहुल पाण्डेय मऊ। उप्र बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन करने के लिए प्रदेश सरकार ने कमर कस लिया है। नकल करने-कराने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा लगाने का निर्णय लेने के साथ ही हर स्तर पर निगरानी कड़ी कर दी गई है। इसी क्रम में शनिवार को 126 बोर्ड परीक्षा केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापकों तथा अतरिक्त केंद्र व्यवस्थापकों की ड्यूटी संभाल रहे कार्मिकों की सूची एसटीएफ को सौंप दी गयी। इसके साथ ही अंग्रेजी, गणित, विज्ञान आदि विषयों की परीक्षा के दौरान निगरानी की विशेष रणनीति तैयार की गई है। बता दें कि शनिवार को हाईस्कूल के परीक्षार्थियों ने गृह विज्ञान की परीक्षा दिया। जबकि, सायंकाल इंटरमीडिएट के छात्रों ने उर्दू एवं लेखाशास्त्र विषय की परीक्षा दिया। जिला विद्यालय निरीक्षक डा.राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि सभी केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा की सुचिता बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। गड़बड़ी पाये जाने केन्द्र व्यवस्थापक स्वयं जिम्मेदार होंगे। उन्होने बताया कि सभी 126 परीक्षा केंद्रों को 31 सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किया गया है। इसके अलावा वेबकास्टिग के माध्यम से परीक्षा के दौरान की पल-पल की गतिविधियों पर कंट्रोल रूम के माध्यम से नजर रखी जा रही है। उपस्थित व अनुपस्थित परीक्षार्थियों का डाटा अब प्रतिदिन आनलाइन विभागीय पोर्टल पर परीक्षा शुरू होने के दो घंटे बाद ही अपलोड कर देना है। इसकी निगरानी सीधे निदेशालय के स्तर से की जाएगी।