एसपी से मिले रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह बलिया। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही बसपा से प्रदेश के इकलौते रसड़ा विधानसभा से विधायक उमाशंकर सिंह को लेकर तरह तरह की चर्चा बनी हुई है। वह प्रदेश के सबसे चर्चित विधायकों में बसपा से इकलौता विधायक होने की वजह से चर्चा में हैं। शनिवार को उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने संबंधी सूचना इंटरनेट मीडिया में फैलने के बाद वह असहज हो गए और कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक बलिया की चौखट पर पहुंच गए। प्रसारित सूचना का हवाला देते हुए बताया गया है कि उमाशंकर सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा में शामिल होने और साथ ही कैबिनेट में भी शामिल होने की पुष्टि कुछ देर में हो जाएगी। बसपा पार्टी ने भी उन्हें निलंबित कर दिया है। बसपा के इकलौते निर्वाचित विधायक 2022 उमाशंकर सिंह को बसपा सुप्रीमों ने निलंबित कर दिया है। वे लगातार भाजपा के संपर्क में हैं। उनको कैबिनेट मंत्री का पद दिया जा सकता है। वे लगातार बसपा से चार या पांच बार विधायक रहे हैं। क्षेत्र में ही गरीब, मजलूम व वंचित समाज की मदद करते थे। चाहे वह किसी वर्ग के रहें हों। उन्होंने इस बार केवल 7 हजार मतों से विजय हासिल की है। क्योंकि राजभर प्रत्याशी सपा गठबंधन से था और राजभर बिरादरी अपनी बिरादरी पर गई है। इस आशय की भ्रामक सूचना प्रसारित होने के बाद विधायक समर्थकों में भी रोष व्याप्त हो गया है। बलिया जिले में एक इंटरनेट मीडिया हैंडल के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से उन्होंने शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। रसडा विधान सभा से निर्वाचित विधायक उमाशंकर सिंह ने इस बाबत झूठी सूचना प्रसारित करने पर फेसबुक एकाउंट के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। उन्होंने उक्त एकाउंट को ब्लाक किए जाने हेतु एसपी को पत्र दिया है। विधायक ने पत्र में कहा है कि इंटरनेट मीडिया में मौजूद एक फेसबुक एकाउंट द्वारा भ्रामक और आधारहीन इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित की गई है। इस सूचना से जनता के बीच मेरी लोकप्रिय छवि को धूमिल करने हेतु सुनियोजित एवं कूटनीतिक तरीके से एकाउंट संचालक द्वारा एक सोची समझी साजिश रची जा रही है।