मऊ: सचिव ने वृद्धाश्रम एवं बाल शिशु गृह का किया निरीक्षण

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रिपोर्ट-राहुल पाण्डेय
मऊ। मंगलवार को मोहम्मदाबाद गोहना स्थित वृद्धाश्रम एवं बाल शिशु गृह का संयुक्त आकस्मिक निरीक्षण विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा किया गया। निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम में कुल पंजीकृत 92 बृद्धजन में 66 पुरुष तथा 26 बृद्ध महिलाओं के सापेक्ष मौके पर 75 उपस्थित मिले, जिसमें पुरुष 51 एवं महिलाएं 24 उपस्थित मिली। वृद्धाश्रम में आवासित आश्रितों हेतु रसोईघर की व्यवस्था उचित पायी गयी। इस सम्बंध में प्रबंधक को निर्देशित किया गया कि समस्त आश्रितों का भोजन एक साथ बनाया जाए। प्रबंधक को निर्देशित किया गया कि इस बिंदु पर सर्वे किया जाय कि वृद्धाश्रम, में रहने वाले आश्रितों की वास्तविक आवश्यकता क्या है ओैर उनकी आवश्यकता के अनुरूप वस्त्र और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है या नहीं। बुर्जुगो को मुख्य रूप से आंख दात की एवं जोड रोग की समस्या होती हेै। अतः इस संबंध में समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाय। निरीक्षण के समय मौके पर उपस्थित डा0 अमित रंजन, वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला चिकित्सालय, मऊ द्वारा वृद्धजनों का चिकित्सकीय परीक्षण किया गया तथा उनके स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का निराकरण किया गया। विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुॅवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा उपस्थित बृद्धजनों को वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के सम्बंध में जानकारी प्रदान की गयी। इसमें विधिक सेवा प्राधिकरण मऊ के सचिव द्वारा बताया गया कि कोई भी बृद्धजन अपने पौत्र, दत्तक पुत्र, पौत्री सौतेली संतान से अपनी जीविका चलाने के लिए अपने जीवन चर्या के अनुरुप भरण पोषण की मांग कर सकता हैं। इस अधिनियम के अन्तर्गत किये गये अपराध संज्ञेय जमानती होता हैं। निरीक्षण के समय बृद्धाश्रम में रह रहे छोटे लाल मद्देशिया द्वारा अपने लड़की की शादी की चिन्ता व्यक्त की गयी, जिसके सम्बंध में सामुहिक विवाह योजना के सम्बंध में सचिव द्वारा बताया गया कि लड़की के शादी की चिन्ता न की जाय। उपरोक्त के अतिरिक्त विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव द्वारा मोहम्मदाबाद गोहना स्थित बाल शिशु गृह का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय बाल शिशु गृह में 30 बच्चे पाए गए, जिसमें 15 बच्चे 04 माह से कम आयु के नवजात शिशु पाये गये, जिसके संबंध में प्रबंधक द्वारा यह बताया गया कि सरकारी धन उपलब्ध न होने के अभाव में लोगों के द्वारा दिये गये धन के मायम से यह संस्था चलायी जा रही है। इसके संबंध में सचिव द्वारा प्रबंधक को आवश्यक पचाचार हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम के प्रबंधक लक्षिराम प्रसाद, संस्था के सचिव त्रिरत्नशेखर, पवन कुमार सिंह, कार्यालय सहायक, तहसील जितेन्द्र मिश्रा, रेनू चौहान अधीक्षिका, शेखर तिवारी, बाल कल्याण अधिकारी तथा हुमैरा खातुन, पीटी अनुदेशक उपस्थित मिली।

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