मऊ: पानी की बचत ही पानी की उत्पति है-डॉ संजय सिंह

Youth India Times
By -
1 minute read
0

रिपोर्ट-राहुल पाण्डेय
मऊ। विश्व जल दिवस हर साल 22 मार्च को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। दिन का उद्देश्य पानी के महत्व को उजागर करना है। इसका उपयोग पानी के संसाधनों के स्थायी प्रबंधन की वकालत करने के लिए किया जाता है। विश्व जल दिवस 2022 की थीम भूजल, अदृश्य को दृश्यमान बनाना है ।इसी सिलसिले में शारदा नारायन हॉस्पिटल में एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमे शारदा नारायन हॉस्पिटल के चयेरमैन एव डायरेक्टर डॉ संजय सिंह ने लोगो को पानी बचाने का सन्देश दिया ,भूजल एक महत्वपूर्ण संसाधन है। दुनिया भर में पीने योग्य पानी का लगभग आधा प्रदान करता है।दुनिया के कई देश आज जल की कमी से जूझ रहे हैं। विकसित हो या विकासशील सभी देशों की प्रगति के लिए साफ और इस्तेमाल योग्य पानी पहली प्राथमिकता है। लेकिन अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम इसे पूरी तरह से इग्नोर कर रहे हैं जिस वजह से आप कई तरह के गंभीर परिणाम देखने को मिल रहे हैं। तो आज यानी 22 मार्च को पूरी दुनिया में जल दिवस मनाया जाता है जिसका मकसद लोगों का ध्यान पानी के महत्व की ओर आकर्षित करना है। समय रहते इस ओर सचेत हो जाने की जरूरत है। आगे डॉ सिंह ने बताया की कहा कि पानी की बचत ही पानी की उत्पति है।  इसलिए पानी को बचाना बहुत जरूर हो गया है , और अगर हमने समय रहते इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में इसके निराशाजनक परिणाम देखने को मिल सकते है । इस मौके पर डॉ एकीका सिंह ,डॉ सुजीत सिंह ,डॉ मधुलिका सिंह ,डॉ राहुल कुमार ,डॉ रुपेश के सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

Tags:

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)
Today | 10, April 2025