असली ब्लाक प्रमुख काट रहीं गेहूं और नकली बनी सरकारी मेहमान
By -Youth India Times
Thursday, April 21, 2022
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जानिए महिला सशक्तिकरण पर कैसे खुली पोल लखनऊ। महिला सशक्तीकरण की धरातल पर हालत देखनी हो तो फतेहपुर जनपद में आयोजित स्वास्थ्य मेला काफी है। भाषण और असलियत में जमीन आसमान का फर्क नजर आयेगा। महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने की वकालत सभी करते हैं किंतु महिला दोयम दर्जे से ऊपर पसंद नही। राजनीति में महिलाओं के आरक्षण की धज्जियां उड़ गईं। अफसर आये,नेता आये और मरीज भी आये,कार्यक्रम में शिरकत कर चलते बने लेकिन जिस मंच के ऊपर या मंच के आगे बैठे उसपर गौर किसी ने नही किया या फिर जानबूझकर कर नही किया। जनपद फतेहपुर के तेलियानी ब्लॉक की प्रमुख पुष्पादेवी स्वास्थ्य मेला लगा था तो वे चिलचिलाती धूप में गेहूं की फसल की कटाई कर रहीं थीं और, स्वास्थ्य मेले में अभिषेक त्रिवेदी ब्लॉक प्रमुख तेलियानी की हैसियत से अभिषेक त्रिवेदी विराजमान थे। बताया गया कि वे बीजेपी के लीडर भी है। उन्होंने बाकायदा भाषण दिया। मंच पर लगे बैनर में भी ब्लॉक प्रमुख के रूप में पुष्पा देवी नहीं अभिषेक त्रिवेदी का नाम लिखा था। डीएम अपूर्वा दुबे ने कहा महिला ब्लाक प्रमुख के स्थान पर किसी दूसरे को बैठाना, उसका नाम लिखवाना गंभीर मामला है। इसकी जांच होगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। अब सारे जिम्मेदार अहलकार कन्नी काट रहे हैं और अनभिज्ञता का थोथा प्रदर्शन कर रहे हैं। सराय शहजादा गांव की पुष्पा देवी तेलियानी ब्लाक की प्रमुख हैं। बुधवार को पीएचसी तेलियानी में स्वास्थ्य मेला था। मंच पर जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह के साथ भाजपा नेता अभिषेक त्रिवेदी के साथ सीएमओ व अन्य अफसर बैठे थे। ब्लाक प्रमुख तेलियानी की जगह अभिषेक का नाम लिखा था। अफसरों ने अपने संबोधन में भी ब्लाक प्रमुख के रूप में उन्हीं का नाम लिया। तपती धूप में गेहूं काटती मिलीं ब्लाक प्रमुख ने कहा, न उन्हें कार्यक्रम की जानकारी दी गई न निमंत्रण। ब्लाक प्रमुख बनने के बाद से आज तक कोई सूचना नहीं मिली। पीएचसी तेलियानी के एमओआईसी डा.अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि बीडीओ से प्रमुख का नंबर लेकर आमंत्रण दिया। ब्लाक प्रमुख कौन हैं,नहीं जानते। कार्यक्रम में चूक हो गई है। तेलियानी के बीडीओ विनय कुमार मिश्रा मुकर गए कि स्वास्थ्य विभाग ने मुझसे प्रमुख का नंबर लिया। पुष्पा देवी ब्लाक प्रमुख हैं, बैनर में अभिषेक त्रिवेदी का नाम किसने लिखवाया, मंच पर कैसे बैठे, नहीं मालुम।सीएमओ डा. राजेन्द्र सिंह का भी जवाब अनभिज्ञता पर ही सिमट गया। महिला ब्लाक प्रमुख और पुरूष विराजे, महिला सशक्तिकरण की हकीकत के लिए इससे बेहतर उदाहरण शायद ही कही और मिले।