आजमगढ़: हाकिम कर रहे थे गौशाला का निरीक्षण, सड़कों पर दौड़ रहे थे पशु

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शहर में घूम रहे जानवरों को गलियों में हांक लाज बचाई नपा कर्मियों ने
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। जिला प्रशासन का दोहरा चरित्र चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को सामने आ गया। शहर में साफ- सफाई का निरीक्षण करने निकले जिलाधिकारी व उनके मातहतों का काफिला रविवार की सुबह पुरानी जेल परिसर के पास रुका और जेल के पीछे बने गौशाला की ओर रुख किया। इसकी भनक नगरपालिका कर्मचारियों को लगी और इस दौरान सड़कों पर घूम रहे जानवरों को शहर की गलियों में हांकने का क्रम शुरू हो गया। ताज्जुब तो यह कि डीएम साहब मातहतों के साथ गौशाला का निरीक्षण कर रहे थे और उनके नजदीक ही कई बेजुबान सड़कों पर घूम रहे थे। नगरपालिका कर्मचारियों को जैसे ही डीएम साहब के औचक निरीक्षण की जानकारी मिली लगे हाथ हाल ही में रंग रोगन किए गए रोडवेज बाईपास बंधे की सफाई शुरू हो गई। वहीं शहर के अन्य क्षेत्रों में कूड़ा उठाने वाले वाहनों को शहर की मुख्य सड़क की ओर मोड़ दिया गया। आगे-आगे नगरपालिका के ट्रैक्टर कूड़ा उठाते चल रहे थे और पीछे-पीछे डीएम साहब का काफिला शहर में सफाई की समुचित व्यवस्था का दंभ भर रहा था। हैरानी तो तब हुई जब माला-फूल की दुकान से मिली पालीथिन को दिखाने के लिए शहर के मातबरगंज मोहल्ले में निरीक्षण कर रहे डीएम साहब को इस बात की जानकारी देने के लिए खबरनवीस रुका। निरीक्षण करते उनकी तस्वीर कैमरे में कैद कर रहे पत्रकार पर डीएम साहब की नजर पड़ गई और हाथ में पालीथिन देख उन्होंने पत्रकार को अपने पास बुला लिया। साथ चल रहे मातहतों से पत्रकार पर ही प्रतिबंधित पालीथिन का प्रयोग करने का आरोप मढ़ते हुए उस पर 1000 रुपये जुर्माना लगाने का फरमान सुना दिया। अपनी सफाई में पत्रकार कुछ बोल पाता इसके पहले डीएम साहब ने अपने पास रखे प्रमाण पत्र पर अपना हस्ताक्षर बनाकर उस पत्रकार को ‘कूड़ा प्रेमी’ भी घोषित कर दिया। पत्रकार ने उन्हें बताया कि शहर में दुकानों पर मिल रहे प्रतिबंधित पालिथीन की जानकारी देने के लिए ही आप के काफिले के साथ चल रहा हूं और यही बताने के लिए आपके पास पहुंचा था। इसके पूर्व सोचा कि पहले आप द्वारा किए जा रहे निरीक्षण की तस्वीर कैद कर लूं लेकिन डीएम साहब ने खबरनवीस की एक नहीं सुनी। भला हो एक दूसरे समाचार पत्र के विधि संवाददाता का जो मौके पर पहुंच गए और डीएम को जब उन्होंने आरोपी बनाए गए पत्रकार के बारे में जानकारी दी तो डीएम साहब ने जुर्माने की रसीद लेकर साथ चल रहे मातहत से कहा कि इनका जुर्माना तुम भर देना। ऐसा मैंने इसलिए किया कि शहर में एक अच्छा संदेश जाएगा। डीएम साहब की यह कार्रवाई क्या उचित थी ? पहले तो उन्हें पत्रकार के हाथ में मौजूद पालिथीन की उपलब्धता कहां से हुई इस बारे में जानना चाहिए था लेकिन उन्हें अपने रुतबे पर नाज था और पत्रकार को अपने कर्तव्य पथ पर चलने का। खैर डीएम साहब ने दरियादिली दिखाई और पत्रकार को जुर्माना नहीं भरना पड़ा लेकिन डीएम द्वारा दी गई ‘कूड़ा मित्र’ की उपाधि लेकर पालिथीन में रखे फूलों के साथ पत्रकार बुझे मन से अपने ठिकाने की ओर रुख कर लिया।

शहर की सड़कों के किनारे दिखेंगे बोगनविलिया के फूल:


हैरान मत हों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में अब सूबे की व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद नजर आएगी। शायद इसकी शुरुआत आजमगढ़ मंडल मुख्यालय से की जाएगी। अब मुख्यालय की सड़कों के किनारे बोगनवेलिया के फूल मुस्कराएंगे। ऐसा इसलिए कि शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने सोमवार की सुबह निकले जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने सड़कों के किनारे दिखे कुछ खाली स्थानों पर बोगनविलिया के पौधे लगाने का निर्देश जिला उद्यान अधिकारी को दिया है।

सोमवार की सुबह पुरानी जेल के पीछे बने गौशाला का निरीक्षण कर बाहर निकले जिलाधिकारी की नजर बंद पड़े सूरज टाकीज के बगल में स्थित खाली स्थान पर गई। उन्होंने अपने काफिले में शामिल महिला जिला उद्यान अधिकारी को अपने पास बुलाया और उस स्थान को दिखाते हुए जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि शहर में ऐसी जगहों को चिन्हित कर वहां गौशाला से उपलब्ध गोबर की खाद एवं मिट्टी का उपयोग कर सड़कों के किनारे बोगनविलिया के पौधे लगाए जाएं, जिससे शहर की शोभा में चार चांद लग जाए। मुखिया की बात सुन जिला उद्यान अधिकारी ने बगैर देर किए उनकी हां में हां मिला दिया। अब देखना यह है कि शहर की खूबसूरती और जिलाधिकारी का पर्यावरण प्रेम कब तक शहरवासियों को देखने को मिलता है।
शीघ्र चमचमाएंगी शहर की सड़कें:


जिला मुख्यालय की मुख्य सड़क शीघ्र चमचमाती नजर आएगी। इसके लिए संवेदनशील जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने कमर कस लिया है। सोमवार की सुबह शहर क्षेत्र में निरीक्षण पर निकले जिलाधिकारी ने शहर के मुख्य सड़क की दुर्दशा देख अपने काफिले में शामिल लोक निर्माण विभाग के बड़े अधिकारी को शीघ्र ही सड़कों की हालत सुधारने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को सड़क मरम्मत का निर्देश देते हुए कहा कि आपकी वजह से मैं शहर में निकलने से परहेज कर रहा हूं। आज एक सप्ताह बाद हम शहर का औचक निरीक्षण करने निकले हैं। आप बताइए कि शहर की सड़कों की मरम्मत कब तक शुरू हो पाएगी। डीएम का फरमान सुनकर जिम्मेदार अधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर लोक निर्माण विभाग के अधीन आने वाली मुख्य सड़क की मरम्मत का आश्वासन दे डाला। अब जल्द ही शहर वासियों को नगर की मुख्य सड़क चमचमाती नजर आएगी।

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