मामला न्यायालय में होने के बावजूद जबरदस्ती गेट लगवाने का लगाया आरोप आजमगढ़। पीड़िता द्वारा पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंप यह आरोप लगाया गया कि विपक्षी के दो दरोगा पुत्रों की सह पर न्यायालय में विवाद विचाराधीन होने के बावजूद रात में रास्ते पर गेट लगा दिया गया। स्थानीय पुलिस से जब इस बावत सूचित किया गया तो पुलिस द्वारा पीड़िता को गाली गुप्ता देते हुए भगा दिया गया। जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र के बलरामपुर निवासी उषा शर्मा पत्नी स्व0 महातम शर्मा ने पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन के बावजूद विपक्षी नीलम शर्मा तथा उनके पति रामअधार शर्मा द्वारा 30 मार्च की रात विवादित रास्ते में गेट लगवा दिया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इस बावत जब वह स्थानीय पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस द्वारा कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गयी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी के दोनों पुत्र शिवेन्द्र, शिवकुमार पुत्र रामअधार शर्मा पुलिस विभाग में दरोगा है, जिसके चलते पुलिस द्वारा पीड़िता की कोई मदद नहीं की जा रही है उल्टे पुलिस द्वारा प्रार्थिनी के साथ गाली गलौज किया जा रहा है। पीड़िता ने बताया कि उक्त विवादित रास्ते पर न्यायालय के आदेश पर मिट्टी गिराई गई थी जिसे विपक्षी द्वारा खुदवाकर फेंकने की धमकी भी दी जा रही है। पीड़िता द्वारा पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई है।