पूरे अस्पतालो में लटके रहे ताले रिपोर्ट-राहुल पाण्डेय मऊ। शनिवार को पूरे भारत में दौसा के कुछ गैर जिम्मेदार पुलिस कर्मियो व नेताओ की मिलीभगत के उकसाने पर एक प्रतिभावान महिला चिकित्सक के द्वारा आत्महत्या को लेकर में विरोध दिवस मनाया गया। हड़ताल के दौरान सभी अस्पतालो में ओपीडी व इमरजेंसी सेवा ठप्प रही। अस्पतालो के बाहर ताले लटके रहे। इस दौरान मरीजो को काफी परेशानी उठानी पड़ी। सुबह ही आईएमए के सभी डाक्टर जिला अस्पताल पर एकत्र हुए वही से सभी डाक्टर जिला मुख्यालय पहुंच कर धरना प्रर्दशन किया तथा एक पत्रक सीओ सिटी को सौंपा। इस दौरान आईएमए अध्यक्ष डा. गंगा सागर सिंह ने कहा कि दौसा राजस्थान की स्त्री एवं प्रसूतिरोग विशेषज्ञ डा. अर्चना शर्मा के खिलाफ पुलिस द्वारा गैरकानूनी ढंग से धारा 302 के तहत बिना जांच के गलत मुकदमा दर्ज किया गया और नेताओं द्वारा डॉक्टर को मानसिक प्रताड़ना दी गयी। आउट ऑफ़ कोर्ट सेटलमेंट की मांग करी गयी एवं डॉक्टर द्वारा मरीज को बचाने की हर संभव कोशिश करने के बाद हुई मौत पर अत्यधिक पैसे की मांग रखी गयी इसी के तहत इतने पैसे की डिमांड पूरी न कर पाने पर पुलिस के द्वारा अरेस्ट होने की सम्भावना को देखते हुए एवं अपनी प्रतिष्ठा पर होते नुकसान से तनावग्रस्त डॉ अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली। इस प्रकरण में आईएमए मऊ द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। आईएमए के सभी डाक्टरों ने एक स्वर में विरोध जताया। डाक्टर्स की भारी भीड़ ने डा० अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिये मजबूर करने वालों के खिलाफ प्रदर्शन किया और दो मिनट का मौनधारण किया और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजली अर्पित की। आज पूरे भारत के आईएमए के सभी सदस्य एवं पदाधिकारीगण, डा. अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या किये जाने से दुखी एवं आक्रोशित है, हम एक स्वर में मांग करतेहै कि डा. अर्चना शर्मा को आत्महत्या करने को मजबूर करने वाले पुलिस प्रशासन, छुट भैया नेता एवं अन्य लोगों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्यवाही की जाए, एवं एक ऐसा सशक्त कानून बनाया जाये जिससे की भविष्या में होने वाली ऐसे अपराधो एवं घटनाओ पर रोक लग सके तथा पुलिस अधिकारियों को शिक्षित करा जाये कि धाराओं का उचित प्रयोग कैसे करा जाये। इस दौरान आईएमए अध्यक्ष डा. गंगा सागर सिंह, सचिव डा. एसएन राय, डा. अजित सिंह, डा. प्रतिमा सिंह, डा. संजय सिंह, डा. एके रंजन, डा. आशिष वर्मा, डा. योगेन्द्र यादव, डा. जेड आई उस्मानी, डा. एच एन सिंह, डा. जमाली आदि रहे।