साइकिल सहित फंसे शव को 150 मीटर तक घसीटा कानपुर। दरोगा के भाई की तेज रफ्तार ड्राइविंग ने न केवल बुजुर्ग की जान ले ली बल्कि क्रूरता से राहगीरों को दहशतजदा कर दिया। मैनावती मार्ग पर बेकाबू कार ने पहले साइकिल सवार को कुचला, फिर साइकिल समेत कार में फंसे शव को लेकर भाग निकला। कुछ राहगीरों ने साहस के साथ पीछा किया तो करीब 150 मीटर आगे घेर कर उसे पकड़ा जा सका। मृतक नवाबगंज ख्योरा निवासी ओमप्रकाश (55) पेंटिंग श्रमिक थे। परिवार में पत्नी राजकुमारी व बेटा गोलू है। दो बेटियों प्रीति और कंचन की शादी हो चुकी है। उनके छोटे भाई चंद्रभान ने बताया कि गुरुवार शाम ओमप्रकाश साइकिल से सिंहपुर की ओर जा रहे थे। मैनावती मार्ग पर जागेश्वर चौकी के पास पीछे से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गाड़ी ने उन्हें रौंद दिया। वह साइकिल समेत गाड़ी के नीचे फंस गए। हादसे के बाद कार चला रहे युवक ने गाड़ी नहीं रोकी। वह तेज रफ्तार में कार लेकर भागा। कुछ साहसी लोगों ने वाहनों से पीछा करते हुए शोर मचाया तो आगे भीड़ ने वाहन खड़े कर कार रोक ली। तब तक बुजुर्ग करीब 150 मीटर घिसट चुके थे। भीड़ ने कार चला रहे युवक को पीटना शुरू कर दिया, तब तक पुलिस भी पहुंच गई। ओमप्रकाश कार में नीचे बुरी तरह से फंसे थे। पुलिस ने गाड़ी एक तरफ झुका कर किसी तरह निकाला और हैलट अस्पताल ले गई। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक कार रामादेवी निवासी दरोगा अभिलाष सिंह यादव के नाम पंजीकृत है। दरोगा बिजनौर में तैनात है। गाड़ी उनका भाई अतुल चला रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गाड़ी में परिवार भी था। डैश बोर्ड पर पुलिस कैप रखी थी। कार में पुलिस का स्टीकर भी था। हादसे की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। एडीसीपी वेस्ट बृजेश श्रीवास्तव ने कहा, 'हादसे में मौत और शव को दूर तक घसीटने की घटना हुई है। गाड़ी दरोगा अभिलाष के नाम पर पंजीकृत है। मृतक के परिजनों की सूचना पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। पुलिस कैप गाड़ी में थी या नहीं, इसकी जांच कराई जाएगी।'