रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’ आजमगढ़। दो पक्षों की रजामंदी के बाद तोड़ी जा रही दिवाल के बारे में किसी तीसरे व्यक्ति की सूचना पर शहर कोतवाल मौके पर पहुंच गए। बिना वजह जाने इस कार्य को अनैतिक मानते हुए वह ग्रामप्रधान को जिम्मेदार मानते हुए प्रधान जी को कोतवाली लाकर हवालात में डाल दिए। इसकी भनक लगते ही प्रधान समर्थकों में उबाल आ गया और जनता सड़क पर उतर गई। मामला जिले के पल्हनी ब्लाक के अजमतपुर कोड़र गांव का बताया गया है। शुक्रवार को प्रधान संघ को घटना की जानकारी हुई और प्रधान संघ के नेतृत्व में प्रधान समर्थक सड़क पर उतर गए। पीड़ित पक्ष इस मामले में पुलिस अधीक्षक से मिला और शहर कोतवाल के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पुलिस अधीक्षक से मिल कर प्रधान संघ ने आरोप लगाया कि फर्जी शिकायत के आधार पर प्रधान को जबरन कोतवाली में लाकर में बंद कर दिया गया। काफी प्रयास के बाद सात घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया। आरोप है कि इससे पहले भी इस तरह की कार्रवाई पुलिस द्वारा प्रधान के साथ की गई थी। पीड़ित प्रधान सुनील कुमार मौर्य ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति के यहां शादी पड़ी थी रास्ते के लिए एक अन्य व्यक्ति की भूमि पर बनी दीवार दो पक्षों की सहमति से तोड़ा जा रहा था। इसमें प्रधान और रास्ते की मांग करने वाले के साथ ही भूमि मालिक की आपसी सहमति से दिवार तोड़ी जा रही थी। एक अन्य तीसरे व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने आनन-फानन प्रधान के साथ अभद्रता करते हुए एकतरफा कार्रवाई कर दी।