मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का नहीं है कोई असर लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही अपने मंत्री मंडल के सदस्यों को नैतिकता और शुचिता का पाठ आए दिन पढ़ा रहे हों, लेकिन मंत्री हैं कि मानने को तैयार नहीं। मुख्यमंत्री साफ तौर पर कह चुके हैं कि मंत्री अपने निरीक्षणों, दौरों और विभागीय कार्यों में अपने परिजनों का हस्तक्षेप किसी भी हाल में स्वीकार न करें, लेकिन यहां तो महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला ने न सिर्फ निरीक्षण कर डाले, बल्कि पत्रकारों के सवालों के जवाब भी मंत्री की जगह दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद और अपने मंत्री मंडल के सहयोगियों की सार्वजनिक छवि को लेकर काफी गंभीर रहते हैं। बीते दिनों सहयोगी दल के एक कैबिनेट मंत्री के विभागीय कार्यों में उनके सांसद पुत्र का हस्तक्षेप होने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि किसी भी मंत्री के सरकारी कामकाज में किसी भी परिजन का हस्तक्षेप नजर नहीं आना चाहिए।