चार केंद्रीय मंत्रियों को बनाया गया प्रभारी लखनऊ। सपा के मजबूत गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ और रामपुर में जीत से उत्साहित भाजपा हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर इसी मॉडल को लागू करेगी। पार्टी की योजना अब रायबरेली और मैनपुरी के इकलौते कांग्रेसी और सपाई किलों पर भगवा फहराने की है। इसी की योजना बुधवार को भाजपा राज्य मुख्यालय में हुई बैठक में बनीं। वर्ष 2019 की हारी हुई 14 सीटों के लिए पार्टी ने नरेंद्र सिंह तोमर और अश्वनी वैष्णव सहित चार केंद्रीय मंत्रियों को प्रभारी बनाया है। भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव से काफी पहले से ही वर्ष 2017 में हारी हुई 78 सीटों पर खास फोकस किया था। पार्टी को इसमें से 29 सीटें जीतने में सफलता भी मिली। ठीक उसी तर्ज पर पार्टी 2019 में हारी हुई 16 सीटों पर तैयारी में जुटी थी। मगर रामपुर और आजमगढ़ में जीत के बाद अब यह संख्या घटकर 14 रह गई है। इनमें से 12 ऐसी हैं, जो भाजपा कभी न कभी पहले जीत चुकी है। यही कारण है कि अब भगवा खेमे की नजर सोनिया के गढ़ रायबरेली और मुलायम की मैनपुरी पर है। इसके लिए बूथ सशक्तिकरण पर विशेष जोर है। इन 14 लोकसभा सीटों के लिए भाजपा ने प्रभारी पहले ही नियुक्त कर दिए थे। बुधवार को हुई बैठक में इन लोकसभा क्षेत्रों के प्रभारियों साथ उनके तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी भी शामिल हुए। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने सभी प्रभारियों को विस्तार से अगले डेढ़ साल का रोडमैप समझाया। सामाजिक समीकरणों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। केंद्रीय प्रभारी नरेश बंसल ने 2024 में हारी सीटें जीतने को बूथ मजबूत करने और लाभार्थी संपर्क पर जोर दिया। भाजपा ने 14 सीटों के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, अश्वनी वैष्णव, जितेंद्र सिंह और अन्नपूर्णा देवी को प्रभारी बनाया है। यह केंद्रीय मंत्री हर माह अपने प्रभार वाले जिलों में जाएंगे। वहां केंद्र और राज्य की योजनाओं की समीक्षा के साथ ही प्रभारियों और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे।