डीएम ने प्रबन्धक, प्रधानाचार्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज वसूली का दिया निर्देश आजमगढ़। फर्जीवाड़ा कर विद्यालय की मान्यता लेने और सरकारी भूमि पर विद्यालय बनवाकर 11 लाख रुपये के सांसद-विधायक निधि के गबन का मामला प्रकाश में आया है। एसडीएम की जांच आख्या के आधार पर डीएम विशाल भारद्वाज ने शिक्षक संस्थान के प्रबंधक, प्रधानाचार्य व तत्कालीन पटल सहायक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने और सरकारी धनराशि की वसूली का निर्देश परियोजना निदेशक डीआरडीए को दिया है। साथ ही प्रकरण में त्रुटिपूर्ण आख्या देने के लिए राजस्वकर्मी (लेखपाल) के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला ने बताया कि सिधौना, मेहनाजपुर निवासी राहुल सिंह ने डीएम को शिकायती पत्र दिया था। उसमें संजय शिक्षा निकेतन सिधौना के सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने होने, विद्यालय प्रबंधक और केयर टेकर दीपक सिंह पर विद्यालय के नाम पर सांसद व विधायक निधि के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था। जांच कराई गई तो विद्यालय को ग्राम नथमलपुर गांव की भूमि पर दिखाकर सांसद निधि से एक लाख रुपये और विधायक निधि से 10 लाख रुपये अवमुक्त कराने व ग्राम हिलालपुर में सरकारी भूमि पर विद्यालय संचालित किया जाना पाया गया। प्रकरण में एसडीएम लालगंज की आख्या के बाद न्यायालय तहसीलदार लालगंज ने बेदखली का आदेश पारित किया था।