प्रयागराज। पूर्व विधायक विजय मिश्र के बेटे विष्णु मिश्र को एसटीएफ वाराणसी की टीम ने रविवार को देर शाम पुणे के पुलिस स्टेशन हडपसर में गिरफ्तार कर लिया। एक दिन पहले ही अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसकी पुष्टि विजय मिश्र की अधिवक्ता बेटी रीमा पांडेय ने भी की है। विजय मिश्र की पुत्री रीमा पांडे ने रविवार को मुख्यमंत्री को पत्र भेजा। उसमें उन्होंने अपने भाई विष्णु मिश्र की जान को खतरा बताया। कहा कि उनके भाई विष्णु मिश्र को रविवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे पुणे में एसटीएफ वाराणसी ने गिरफ्तार कर लिया है। भाई की जान को खतरा है, क्योंकि यूपी पुलिस एवं एसटीएफ उनका एनकाउंटर कर सकती है। रीमा ने कोई गैर कानूनी सामग्री पुलिस द्वारा दिखाए जाने की भी आशंका जताई है। उन्होंने सीएम से मांग की कि विष्णु मिश्र को सही सलामत यूपी लाया जाए। वहीं एसटीएफ वाराणसी यूनिट फील्ड एक अधिकारी ने भी बताया कि पुणे से विष्णु मिश्र की गिरफ्तारी की गई है। उनसे पूछताछ की गई है। न्यायिक रिमांड पर लेकर सोमवार को एसटीएफ की टीम रवाना होगी। बता दें कि विष्णु मिश्र ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। इसके बाद से ही पुलिस और एसटीएम की टीम उसकी खोजबीन में जुटी थी। एक दिन पहले ही उसके ऊपर 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये इनाम किया गया था। पुलिस की कई टीमें उसकी खोजबीन में लगी थीं। पिछले वर्ष अल्लापुर स्थित विजय मिश्र के बंगले को भी पीडीए के बुलडोजर ने ध्वस्त कर दिया था। प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र के खपटिहां गांव के मूल निवासी विजय मिश्र ज्ञानपुर से लगातार चार बार विधायक रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह न सिर्फ पराजित हुए बल्कि तीसरे स्थान पर पहुंच गए।