रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’ आजमगढ़। आर्थिक तंगी झेल रहे मजदूर को परिजनों से भी जब ताना सुनने को मिलने लगा तो इस समस्या के निदान हेतु उसे नशे का सहारा लेना पड़ा। नतीजा रहा कि परिवार फांकाकशी के लिए मजबूर हो गया और परिवार में आएदिन विवाद बढ़ने लगा। हमेशा के लिए कलह से मुक्ति पाने के लिए शनिवार की सुबह नशे की हालत में घर पहुंचे, गृहस्वामी को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने जान देने जैसा कड़ा निर्णय लेते हुए सल्फास की गोलियां निगल लिया। हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के सुरजनपुर ग्राम निवासी 40 वर्षीय राकेश पाठक पुत्र आर्यनाथ पाठक के परिवार में केवल पत्नी थी। संतानोत्पत्ति के अभाव में उक्त निरू संतान दंपती आजीविका चलाने के लिए मजदूरी कर भरण पोषण करते थे। आर्थिक तंगी से परेशान राकेश को कुछ समय पूर्व से शराब की लत लग गई, जिसके कारण परिवार में आए दिन विवाद होने लगा। बताते हैं कि शनिवार की सुबह राकेश शराब के नशे में घर पहुंचा और उसकी हालत देख पत्नी से कहासुनी होने लगी। इस बात से दुखी होकर राकेश ने सल्फास की गोली निगल लिया। हालत बिगड़ने पर गांव वालों की मदद से उपचार के लिए उसे की अस्पताल ले जाया गया। स्थिति नाजुक देख चिकित्सक की सलाह पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।