फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर कर रही थी नौकरी डीपीआरओ द्वारा की गई कार्रवाई के बाद मचा हड़कंप आजमगढ़। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर ग्राम पंचायत अधिकारी की नौकरी करने वाली सुमन सरोज की सेवा शनिवार को हमेशा के लिए समाप्त कर दी गई। डीपीआरओ की इस कार्रवाई से हड़कंप है। डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिस ग्राम पंचायत अधिकारी की सेवा समाप्त की गई है। उनका नाम सुमन सरोज पत्नी उमेश है। वह बरदह थाने के सिसरेड़ी गांव की रहने वाली हैं। उनका चयन साल 2018 में हुई भर्ती में ग्राम पंचायत अधिकारी पद पर किया गया था। सुमन के साथ ही भर्ती हुए कुल 128 ग्राम पंचायत अधिकारियों के शैक्षिक प्रमाण पत्र की जांच करने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिक प्रोद्यौगिकी संस्थान गोरखपुर को भेज दी गई। 11 जनवरी 2019 को गोरखपुर से जांच करके रिपोर्ट भेजी दी गई। इस दौरान सुमन सरोज के सीसीसी कोर्स का प्रमाण पत्र फर्जी होने की जानकारी दी गई। अभी विभाग कुछ कर पाता कि आठ मई 2019 को पुनः राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिक प्रोद्यौगिकी संस्थान गोरखपुर से पत्र आया। जिसमें सुमन सरोज का प्रमाण पत्र सही पाया गया। संस्था द्वारा दो तरह का प्रमाण पत्र देने पर पुनः जांच कराई गई तो पता चला कि आठ मई का पत्र संस्था से नहीं भेजा गया है। ऐसे में लालगंज ब्लाक में तैनात सुमन सरोज को पत्र भेजकर इसका जवाब मांगा गया तो वह ना तो जवाब दीं, ना ही उपस्थित हुई। ऐसे में शनिवार को सुमन सरोज की सेवा समाप्त कर दी गई।