सीमा विवाद में उलझी पुलिस, मौके पर बुलाया गया लेखपाल रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आज़मगढ़। बरदह थाना क्षेत्र के सम्मोपुर गांव के समीप शुक्रवार की दोपहर पूर्व शिक्षामित्र आद्या प्रसाद को गोली मारे जाने की घटना में पुलिस अभी हमलावरों के बारे में छानबीन कर ही रही थी कि दूसरे ही दिन शनिवार को जनपद एवं जौनपुर की सीमा पर रास्ता पूछने के बहाने रुके अज्ञात हमलावरों ने 45 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति को गोली मारी और फरार हो गए। चौबीस घंटे के भीतर गोली मारे जाने की दोनों घटनाओं ने बरदह क्षेत्र वासियों को हैरान कर दिया है।
बताते हैं कि बरदह क्षेत्र के पिलखुआ ग्राम निवासी 45 वर्षीय जगदीश यादव पुत्र स्व० शिवशंकर जिवली बाजार में मकान का निर्माण करा रहे हैं। शनिवार को दिन में करीब 12 बजे वह निर्माण कार्य की निगरानी करने जा रहे थे। स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत जीवली और गौराबादशाहपुर थाने की सीमा पर वाहन सवार अज्ञात लोगों ने रुककर जगदीश से गौराबादशाहपुर का रास्ता पूछा। जगदीश रास्ता बताने के लिए जैसे ही आगे बढ़ा, तभी अज्ञात लोगों ने उसे लक्ष्य कर असलहे से फायर झोंक दिया। गोली जगदीश के बांए पैर में लगी और वह जान बचाने के लिए शोर मचाते हुए अपने निर्माणाधीन मकान की ओर भागा। वारदात के बाद वाहन सवार हमलावर जौनपुर की ओर भाग निकले। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए जौनपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की खबर पाकर गौराबादशाहपुर व बरदह दोनों थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और सीमा विवाद को लेकर उलझ गईं। घटना की छानबीन में जुटे थानाध्यक्ष बरदह संजय सिंह घायल व्यक्ति से घटनाक्रम की जानकारी तथा हमलावरों की सुरागरसी के संबंध में बयान दर्ज करने के लिए जौनपुर रवाना हो गए।