अपराध और अपराधियों के खिलाफ सफल मुहिम चलाने पर डीजीपी ने किया सम्मानित आजमगढ़। अपराधियों के खिलाफ अभियान छेड़कर उन्हे मुंह की खाने को मजबूर करने, एनकाउंटर करवाकर आपरेशन लंगड़ा को अनवरत जारी रखने वाले एसपी अनुराग आर्य को डीजीपी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशंसा चिन्ह गोल्ड मेडल देकर नवाजा गया। एसपी अनुराग आर्य ने जब से जिले की कमान संभाली है तब से लगातार अपराधियों के खिलाफ एक से बढ़कर एक एक्शन ले रहे हैं। पुलिस ने ज्यादातर अपराधियों को सलाखों के पीछे ढकेल दिया है। अनुराग आर्य के सफल रणनीति के चलते ही जिले में अपराध नियंत्रण में है। उनके इसी कार्यशैली के लिए उन्हे यह सम्मान दिया गया है।
साल 2013 बैच के आईपीएस अनुराग आर्य मऊ में तैनाती के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाकर चर्चा में आए थे। माफिया मुख्तार अंसारी की सल्तनत पर पहली कील अनुराग आर्य ने ही ठोंकी थी। जिले में हुए दो बड़े मामलों में कड़ी कार्रवाई की। जहरीली शराब कांड में 13 आरोपियों पर गैंगेस्टर और छह पर रासुका लगाई गई। इस मामले में खान बंधुओं की 75 लाख से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई। टेट परीक्षा की गड़बड़ी में शामिल 22 आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई करने के साथ फरार पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरार अहमद की 35 लाख से अधिक की संपत्ति कुर्क की। वर्ष 2019 से 2020 तक आजमगढ़ मंडल के मऊ जनपद में तैनाती के दौरान पूर्वांचल के बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी की गैंग पर कड़ी कार्रवाई की है। मऊ जिले में अवैध बूचड़खाने चलाने वाले मुख्तार गैंग के 26 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की। इसके साथ ही मुख्तार के शूटर अनुज कनौजिया का घर बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। मऊ में अवैध टैक्सी स्टैंड से वसूली करने वाले 13 माफियाओं पर गैंगेस्टर के साथ मुख्तार गैंग के सात भूमाफियाओं पर मुकदमे दर्ज कर जमीन मुक्त कराई गई।