लखनऊ। लगातार बारिश ने यूपी में कहर ढाया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश, बाढ़, बिजली के कहर और मकान ढहने की घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई। फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद भी नहीं है। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 26 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारी बरसात और इस कारण हुए विभिन्न हादसों में प्रयागराज में तीन, अलीगढ़ में तीन, फिरोजाबाद में दो, जालौन, कौशांबी व फर्रुखाबाद में एक-एक शख्स की जान चली गई। यूपी के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन हई है। छह राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 26 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम बुलेटिन के मुताबिक, मध्य प्रदेश और आसपास चक्रवातीय दबाव काम कर रहा है। टर्फ लाइन भी इसी क्षेत्र से बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम की ओर चल रही है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने जिन इलाकों में बारिश के आसार जताए हैं, उनमें अलीगढ़, हाथरस, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद में भारी बारिश के आसार हैं जबकि प्रदेश के अधिकतर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। जहां बारिश के साथ-साथ आंधी-तूफान के आसार जताए गए हैं। इसी बीच बरेली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अत्यधिक भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। 25 और 26 में सीतापुर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बरेली, बांदा आदि इलाकों में भारी बारिश के आसार समेत अन्य इलाकों में गरज-चमक और आंधी-तूफान की संभावना जताई जा रही है। इस बीच बारिश पूरे प्रदेश में कहीं ज्यादा तो कहीं कम होती रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह गोरखपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में दो दिनों के अंदर बाढ़ प्रभावित गांवों में खाद्यान्न वितरण करा दिया जाए।