पुलिस दोनों पक्षों को लेकर आई कोतवाली, मामला सुलझाने में जुटी पुलिस आजमगढ़। जनपद में आने वाले नवरात्रि में दुर्गा पूजा को लेकर काफी तैयारियां शुरु हो गई हैं। जनपद में शारदीय नवरात्रि का पर्व धूम धाम से मनाया जाता है और इसके बाद विजयादशमी पर बड़े पैमाने पर मेले का आयोजन होता है। इस दौरान शहर में जगह जगह भव्य पंडालों में प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। जिसकी तैयारियां शुरू भी हो गई हैं। इसी क्रम में शहर के खत्रीटोला मुहल्ले में लाल कुआं के समीप श्री दुर्गा पूजा सेवा समिति के सौजन्य से पिछले करीब 20 वर्षों से सड़क किनारे ही भव्य पंडाल में देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित की जाती रही है। कभी कोई विवाद नहीं रहा, लेकिन इस बार एक परिवार के विरोध के चलते आज हंगामे की स्थिति बन गई। बताया जा रहा है कि जहां पंडाल स्थापित होना है उसके ठीक पीछे घर में रहने वाले परिवार के अधिवक्ता शिव कुमार मिश्रा ने यहां से पंडाल हटाने की मांग का प्रार्थना पत्र देते हुए वहां पर कुछ वकीलों को बुला लिया और मूर्ति कमेटी के सदस्यों से बहसबाजी करने लगे। इसके बाद दूसरा पक्ष भी लामबंद हो गया। मौके पर लेखपाल समेत स्थानीय बदरका पुलिस चौकी प्रभारी भी पहुंच गए। मामला बढ़ता देख पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली ले गई। जहां थाना प्रभारी ने किसी भी नई परम्परा की शुरुआत के प्रति आगाह किया। पुलिस भी अपने पर्व के रजिस्टर में यहां पर पहले से पंडाल की स्थापना की डिटेल पाई। हालांकि मूर्ति कमेटी के लोगों को दो दिन काम रोकने को कहा गया लेकिन एसएचओ ने भरोसा देकर कि हर बार की तरह प्रतिमा स्थापना में कोई अड़चन नहीं आएगी। घटना क्रम को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ ही नव मूर्ति कमेटी के सदस्य भी जुटने लगे। मूर्ति कमेटी के पदाधिकारियों के साथ ही सभासद और गणमान्य सभी का कहना था कि नाजायज तरीके माना किया जा रहा है। पंडाल से कभी किसी के घर के आने जाने का कोई रास्ता नहीं रोका जाता, न ही किसी के घर के ऊपर कोई प्रभाव पड़ता है। इसके बाद भी ऐसा किया जा रहा है। अगर पुलिस प्रशासन ने पंडाल स्थापना पर रोक लगाई तो शांतिपूर्वक इसका विरोध किया जायेगा।