आजमगढ़ : जब मुसलमानों पर बरस रही थी लाठियां, चुप थी सपा और कांग्रेस-शौकत अली
By -Youth India Times
Sunday, October 02, 2022
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एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हिंदू नहीं कलमा पढ़ाने वाले हम पर लगाते हैं इल्जाम बिलरियागंज बाजार के जौहर पार्क में आयोजित जनसभा में बोले भाजपा की बी टीमों से सावधान रहने की जरूरत आजमगढ़ । बिलरियागंज बाजार के जौहर पार्क में शनिवार की शाम को आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लिया। प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि हम लोगों के सहयोग से 60 साल तक कांग्रेस सत्ता में बनी रही। हमने 4 बार दूध में पानी मिलाने वाले मिलावटखोरों को अपना नेता माना, लेकिन कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी ने भी मुसलमानों को छलने का काम किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 7 फ़ीसदी यादव हैं, मुसलमानों के वोट के सहारे चार बार समाजवादी पार्टी ने सरकार बनाई। समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि 18 फ़ीसदी नौकरियों में आरक्षण दिलाने का कार्य करेंगे, लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार थी और उनको अधिकार था कि वह मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण दिलाने के लिए केंद्र के लिए प्रस्ताव भेज सकते थे लेकिन समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों के साथ धोखा करते हुए प्रस्ताव केंद्र को नहीं भेजा।
एनआरसी के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिलरियागंज में अपने हक को लेकर शांत प्रदर्शन कर रहे हमारी मां बहनों और भाइयों के ऊपर लाठीचार्ज किया गया लेकिन समाजवादी पार्टी ने इसके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई, अगर सपा के विधायक इस मुद्दे पर आवाज उठाते तो हमारे बेगुनाह लोग आज जेलों में नहीं जाते। शौकत अली कहा कि जब हम लोग आवाज उठाते हैं तो हम लोगों को खामोश कर दिया जाता है, और कहा जाता है कि भाजपा आ जाएगी और यह लोग भाजपा की बी टीम है, इनसे अब सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पश्चिम के जनपदों में मुसलमानों का अच्छा खासा कारोबार चलता था, लेकिन दंगा करा कर के हमारे मुसलमान भाइयों के कारोबारियों को चौपट कर देने का कार्य कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने किया है, कहा की पूरे देश में 14% मुसलमान है, लेकिन जेलों में मुसलमान 27% बंद हैं, इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में हमारी आबादी 20% है, जबकि सबसे ज्यादा मुसलमान ही जेल में बंद है। उन्होंने कहा कि हिंदू हमारे पर इल्जाम नहीं लगाते हैं, बल्कि कलमा पढ़ने वाले हम लोगों पर इल्जाम लगाते हैं, कारण कि उनके दुकान बंद हो जाएगी । शौकत अली ने कहा कि आजादी के बाद सरकारी नौकरियों में मुसलमानों के हिस्सेदारी 34 फ़ीसदी थी, लेकिन आज 1 से डेढ़ फीसदी से भी कम है, बल्कि कहा जाए तो किसी किसी कार्यालय में एक भी कर्मचारी मुसलमान नहीं है। मुसलमानों की बदहाली का सबसे बड़ा कारण यह सरकारें हैं जो मुस्लिम इलाकों को स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र से विहीन कर दिया है। इस दौरान इरफान मलिक पूर्वांचल अध्यक्ष, नदिम आरिफ जिला अध्यक्ष, सोफियांन खान जिला संगठन मंत्री, अब्दुल्ला शेख विधानसभा अध्यक्ष, इदुल्लाह चाचा, मकसूद अहमद नगर अध्यक्ष, अशरफ शेख ब्लॉक अध्यक्ष, फहीमुद्दीन आज़म, अबुसलेह, नेसार अहमद, सदरे आलम, सत्येंद्र गौतम, चन्द्रेदेव राम के साथ ही साथ बासुपार के प्रधान वोहाब अपने समर्थकों के साथ मौजूद रहे ।