ऐसे नहीं मिलेगा टिकट, फेर में न पड़ें लखनऊ। यूपी में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की बड़ी तैयारी है लेकिन इन चुनावों में पार्टी से टिकट पाने के इच्छुक कई नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने नेताओं से कहा है कि न तो टिकट के लिए इधर-उधर दौड़ लगाएं और न ही टिकट बांटने के फेर में पड़ें। उन्होंने कहा कि टिकट तय करने का काम पार्टी कर लेगी। बड़ी जीत के लक्ष्य के साथ निकाय चुनाव में उतरने जा रही बीजेपी का जोर सामाजिक समीकरण दुरुस्त करने पर है। पिछड़ों-दलितों को साधने पर ज्यादा फोकस है। शनिवार को भाजपा के राज्य मुख्यालय पर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर दिन भर चलीं क्षेत्रवार बैठकों में इसे लेकर मंथन हुआ। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने प्रभारियों को साफ तौर पर समझा दिया कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण सहित चुनावी तैयारियों में जुटें। टिकट बांटने के फेर में कतई न फंसें। तय किया गया कि सरकार और संगठन मिलकर चुनावी जीत के लिए जुटेंगे। उन्होंने कहा कि अक्सर प्रभारियों के पहुंचने पर टिकट के दावेदार संपर्क करने लगते हैं। कुछ प्रभारी भी उनसे बायोडाटा लेने लगते हैं। ऐसा बिल्कुल न हो। टिकट तय करने का काम पार्टी कर लेगी। आगामी 31 अक्तूबर को सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती और 06 दिसंबर को बाबा साहब डा. भीमराम अंबेडकर की पुण्यतिथि पार्टी वार्ड स्तर मनाएगी। बूथ समितियों का गठन भी सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर ही होगा। उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस हताशा व निराशा के गर्त में डूबे हुए है फिर भी हमें विपक्ष को कमजोर नहीं समझना है। उन्होंने सबको पार्टी से जोड़ने पर जोर दिया। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के मतदाताओं से संवाद व सम्पर्क ने भाजपा को जन-जन की पार्टी बनाया है। क्षेत्रवार बैठकों में वोट बढ़वाने में पूरी ताकत लगाने और घर-घर संपर्क करने के लिए कहा गया। सभी प्रभारी 15-16 अक्तूबर को अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में रहेंगे। 15 अक्तूबर से ही बूथ समितियों के गठन से पन्ना प्रमुख बनाने तक का काम शुरू करना है। पार्टी वार्ड प्रभारी औरबीएलए भी बनाएगी।