मुझे दफनाने के लिए खोद दी थी कब्र, आज मैं बिना पर्दे में हूं
By -Youth India Times
Friday, December 02, 2022
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मुस्लिम से हिंदू बनी 19 साल की युवती की कहानी बरेली। यूपी के बरेली में भोजीपुरा थाना क्षेत्र में गांव पड़ता है सगलपुर। इसी गांव की रहने वाली 18 साल की शहनाज अब सुमन बन गई है। दरअसल, शहनाज ने अजय से दो दिन पहले लव मैरिज कर ली। सुमन को अभी भी जान का खतरा है। उसने और उसके पति से एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई है। शहनाज उर्फ सुमन ने बताया, ''बहुत पहले ही मैंने अजय से शादी का मन बना लिया था। मैंने सोच लिया था कि बालिग होते ही शादी कर लूंगी। घर वालों को जब ये बात पता चली तो उन्होंने मुझे बेल्ट और लातों से पीटा। मुझे जान से मारने का प्लान बना लिया। कब्र भी खोदवा दी, तभी मैंने भागकर शादी कर ली।'' सुमन ने आगे बताया, ''मैं हिंदू बनकर मंदिर में शादी कर चुकी हूं। आजीवन हिंदू बनकर ही रहूंगी। आज मैं बिना पर्दे के अपने पति के साथ सुरक्षा मांगने पहुंची हूं।'' शहनाज उर्फ सुमन ने बताया, ''मेरी आस्था पहले से ही हिंदू धर्म में है इसलिए मैं देवी देवताओं को मानती हूं। पिछले कुछ समय से मंदिर भी जाती थी। भगवान कृष्ण का नाम भी ले लेती हूं। मैंने कभी मीट नहीं खाया। अब मैं अपने धर्म को ही छोड़ चुकी हूं, मैं हमेशा हिंदू बनकर रहूंगी। सुमन ने आगे बताया, ''गांव में आटा चक्की है। 2016 में वहां पर पहली बार अजय कुमार को देखा। धीरे-धीरे हम दोनों की दोस्ती हो गई। 3 साल पहले मैंने अजय से कहा कि तू मुझसे शादी करेगा। वह बोला तू मुस्लिम है और मैं वाल्मीकि। मैंने कहा तो क्या हुआ, फिर वह बोला सोचकर बताऊंगा।'' शहनाज उर्फ सुमन ने बताया, ''अजय फ्रीज और एसी मैकेनिक है। उसके परिवार में पिता, एक भाई, मां और बहन है। जब हम बात करने लगे तो अजय ने मुझे एक मोबाइल दिया। मैं अजय से चोरी छिपे बात करने लगी, बात करने के बाद मोबाइल को बंद कर देती थी। मेरे परिवार में किसी को नहीं पता था कि मैं मोबाइल या व्हाट्सएप चलाती हूं। एक दिन मेरे चाचा और अन्य लोगों ने मेरे पास फोन देख लिया। मुझसे पूछा कौन लड़का है। मैंने बताया कि साथ में पढ़ता है। उन्होंने पता किया। इसके बाद मुझे इतना मारा है कि कई दिन तक उठा नहीं गया।'' सुमन उर्फ शहनाज ने बताया, एक दिन मेरे घरवालों ने मुझे और अजय को साथ देख लिया। रात में मेरी मम्मी चूल्हे पर काम कर रही थी। तभी भाई शमी, चाचा आरिफ हुसैन और दादा लियाकत आए। बोले- कहां है। इसके बाद भाई ने मुझे कई थप्पड़ मारे, मैं जमीन पर गिर पड़ी। मुझे घसीटकर ले गए और लात से मारा। मेरी मम्मी डरकर देखती रही, छोटी बहन रोने लगी। मैंने हाथ जोड़े, लेकिन कमरा बंद कर दिया। भाई, चाचा, और दादा, पापा ने मुझे बेल्ट से पीटा। बोले- हिंदू से शादी करेगी। मैं खूब रोई, फिर मेरी मां ने मुझे बचाया। मेरे शरीर पर आज भी बेल्ट के निशान हैं।'' शहनाज उर्फ सुमन ने बताया, ''10 अक्टूबर को हमारी रिश्ते की एक बहन घर आई हुई थी। घर पर चाचा, पापा और दादा नहीं थे। सभी कहीं गए हुए थे। आधी रात तक वापस नहीं लौटे। मेरी मां दूसरे कमरे में बात कर रही थी। पता चला कि कब्र खुद गई, सभी ने मुझे मारने की प्लानिंग बना ली, तभी मां को बात करते सुन लिया।'' सुमन ने बताया, ''रात के ढाई या तीन बजे होंगे मैं हिम्मत कर नंगे पैर घर से निकल गई। मैने अजय को कॉल कर कहा कि आज मैं मर जाऊंगी। नहीं तो मुझे यहां से ले जा। अजय का घर और मेरा घर करीब 400 मीटर दूर है। मैं छिप गई।'' आगे बताया, ''अजय बाइक लेकर आया और वह मुझे अपनी रिश्तेदारी में ले गया। इसके बाद रात में बरेली में स्टेशन पर जमीन पर सोना पड़ा। हम दिल्ली गए और कई दिन तक जमीन पर स्टेशन पर बिना कपड़े ओढ़े जमीन पर सोना पड़ा। फिर अजय के साथ हाईकोर्ट गई। वहां शादी का प्रार्थना पत्र दिया। 30 नवंबर 2022 को बरेली में आर्य समाज मंदिर में धर्म बदलकर अजय से शादी कर ली।''