लखनऊ। जानकीपुरम के आकांक्षा परिसर में रह रही आईटीबीपी में दरोगा की बेटी संस्कृति सिंह (16) ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह देर से सोकर उठने और पढ़ाई के लिए मां की डांट पड़ने से नाराज होकर बेटी ने यह कदम उठाया है। तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर जानकीपुरम ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आईटीबीपी में दरोगा के पद पर कार्यरत रामआशीष सिंह आकांक्षा परिसर स्थित आवास में परिवार के साथ रहते हैं। सोमवार सुबह वह ड्यूटी पर आ गए थे। घर पर पत्नी और थे। बेटी संस्कृति जो की 12 वीं कक्षा की छात्रा थी, सुबह देर से सोकर उठी। मां ने फटकार लगाते हुए कहा कि कुछ समय बाद बोर्ड परीक्षा है, इतनी देर में सोकर उठ रही हो। इसके बाद संस्कृति ने वापस अपने कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। काफी देर बाद भी से बाहर न आने पर परिजनों ने दरवाजा खटखटाया पर अंदर से कोई जवाब नहीं आया। आसपास के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़कर भीतर गई तो देखा कि बेटी पंखे के कुंडे के सहारे फंदे से लटकी हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में उसे फंदे से उत्तम अस्पताल भेजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत दिया। संस्कृति अपने भाई- बहन में सबसे बड़ी थी।