आजमगढ़ : चिकित्सकों पर जच्चा-बच्चा की हत्या का आरोप लगाकर किया प्रदर्शन
By -Youth India Times
Monday, January 23, 20232 minute read
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प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत का मामला आजमगढ़। संजरपुर स्थित एक नर्सिंग होम के चिकित्सकों पर जच्चा-बच्चा की हत्या का आरोप लगाते हुए सोमवार को परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई। शिकायती पत्र सौंपने के पूर्व परिजनों द्वारा एसपी कार्यालय के बाहर नर्सिंग होम के खिलाफ प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट करते हुए दोषी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई। एसपी को सौंपे गए शिकायती पत्र में तहबरपुर थानांतर्गत लेडूवा गांव निवासी रामविचार मौर्य पुत्र विश्वनाथ मौर्य ने आरोप लगाया है कि 16 जनवरी 2023 को संजरपुर स्थित एक नर्सिंग होम में सेवारत डा सबा शमीम व डा ए. अख्तर व डा नाहीद को अपने पत्नी का प्रसव कराने के लिए परामर्श लेने पहुंचा तो चिकित्सकों ने गर्भवती पत्नी को तत्काल एडमिट कर नार्मल प्रसव कराने की बात कहीं। चिकित्सकों के कथनानुसार एडमिट करा दिया गया लेकिन उसके बाद चिकित्सकों से पत्नी की दशा पूछने पर लगातार नार्मल प्रसव कराने का आश्वासन दिया लेकिन अचानक शाम चार बजे चिकित्सकों ने सर्जरी जरूरी बताया। सर्जरी की बात आने पर परिजनों ने कहाकि मुझे मेरी पत्नी से मिलवाईए और किसी भी दशा में प्रसूता और बच्चा सुरक्षा रहे। चिकित्सकों ने परेशान नही होने और जच्चा-बच्चा दोनों के सुरक्षित होने का दम भरते रहे। शिकायतकर्ता का आरोप है कि नर्सिग होम के चिकित्सकों की लापरवाही, गलत दवा व इंजेक्शन देने के कारण जच्चा-बच्चा दोनों की मृत्यु नर्सिंग होम में हो गई। आनन-फानन में चिकित्सकों ने उसे गुमराह किया और आजमगढ़ शहर ले जाने की बात कहते हुए अपनी कार से घंटो घुमाते रहे और दलालघाट के पास छोड़कर भाग खडे हुए। परिजनों ने इसकी सूचना डायल 112 को र्दी मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय आजमगढ़ के मर्चरी हाउस में शव को भेजवा दिया। पीड़ित की रिपोर्ट थाना सरायमीर में पंजीकृत हुई लेकिन आज भी उक्त नर्सिंग होम के लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। पीड़ित का आरोप है कि महिला चिकित्सका सबा शमीम, डा ए अख्तर, डा नाहीद द्वारा लगातार उस पर नायाजय तरीके से सुलह समझौता का दबाव बनवाया जा रहा है। पीड़िता ने एसपी से मिलकर उक्त प्रभावशाली लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग किया है।