मुलाकात के बाद अपने बयानों पर जानिए क्या कहा लखनऊ। रामचरित मानस पर विवाद के बाद चौतरफा घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत चली। इसके बाद मीडिया से मुखातिब स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह अपने स्टैंड पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि स्वाभाविक तौर पर हमारी सभी मुद्दों पर बातचीत हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विधानसभा में जवाब देंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह माफी नहीं मांगेंगे। वो अपने स्टैंड पर कायम हैं। रामचरितमानस में जो कहा गया है वह देश के दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का अपमान है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस से विवादित दोहे को हटा देना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भूपेंद्र चौधरी माफी मांगने को कह रहे हैं लेकिन वो हमारी पार्टी के नेता नहीं हैं। समाजवादी पार्टी के जो नेता माफी मांगने को कह रहे हैं वह जाति विशेष के लोग हैं। मैं आज भी अपने सच के साथ खड़ा हूं। अब इस देश में आदिवासियों दलितों और पिछड़ों को संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए सबसे पहले जाति आधारित जनगणना की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना ही आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के साथ न्याय कर सकती है। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष विधानसभा में सभी सवालों का जवाब देंगे।