99 प्रतिशत अंकों से पास की परीक्षा एक लाख एमबीबीएस डाक्टरों ने लिया था भाग, सिर्फ दो हुए चयनित रिपोर्ट-अब्दुर्रहीम शेख आजमगढ। लालगंज तहसील की सबसे बड़ी ग्रामसभा बैरीडीह निवासी इरशाद खान के छोटे पुत्र सरफराज खान का चयन रायपुर, छत्तीसगढ़ के एम्स में बतौर एम एस आर्थरो पेडिक एण्ड ट्रामा सर्जरी के लिए हुआ है। डॉक्टर सरफराज खान दो भाई और तीन बहनों में चौथे नंबर पर हैं। इन्होंने गांव के ही सेंट्रल पब्लिक स्कूल से शिक्षा ग्रहण की और हाईस्कूल, इंटर की शिक्षा लालगंज के विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से की, जहां ये टापर विद्यार्थी थे। उसके बाद लखनऊ से तैयारी शुरू की और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर में 2018 में एमबीबीएस करने के बाद एक्शन कैंसर हॉस्पिटल दिल्ली में आरएमओ के पद पर कार्यरत थे, जहां इनका मन नहीं लग रहा था इनका इरादा था कि चिकित्सा क्षेत्र में किसी रोग के स्पैशल चिकित्सक बन कर गांव और क्षेत्र का नाम रोशन कर सकें तो त्याग पत्र देकर देश के चिकित्सा के क्षेत्र में सब से कठिन परीक्षा भारतीय आवुर्विज्ञान संस्थान एम्स नई दिल्ली से परीक्षा दी। जिस में 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। बताते चलें कि इस परीक्षा में एक लाख एमबीबीएस डॉक्टरों ने भाग लिया था जिसमें सिर्फ़ दो डॉक्टर ही एमएस आर्थ्राेपेडिक एण्ड ट्रामा सर्जरी के लिए चयनित हुए। एक यूपी के आजमगढ के सरफराज खान थे दूसरा साउथ इंडियन था। इनकी इस कामयाबी से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है, बधाई देने वालों खास कर हड्डी के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ जावेद अख्तर, डॉक्टर राजवंत चौहान, अहरार खान, अली शेर खान, अली अख्तर खान, शहाबुद्दीन खान, निजामुद्दीन, बिस्मिल्लाह, अब्दुर्रहमान हैं।