मां के शव से लिपट बच्चों के करुण क्रंदन से नम हुई आंखें एक माह पूर्व हृदयाघात से हुई थी पति की मौत रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’ आजमगढ़। जनवरी माह में हृदयाघात से हुई पिता की मौत के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे भाई -बहन के सिर से अचानक माता का भी साया छिन गया। बच्चों की परवरिश के लिए आटा चक्की का संचालन करते समय साफ्टिंग में फंसकर घायल हुई महिला ने मंगलवार को लखनऊ में चल रहे उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। शव घर पहुंचने पर मां के शव से लिपट कर विलाप कर अनाथ हुए भाई-बहन के करुण क्रंदन से वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो जा रही थी। मेंहनगर थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी अमित कुमार उर्फ बब्लू सिंह (46) पुत्र स्व० हरिशंकर सिंह परिवार की आजीविका चलाने के लिए आटा चक्की का संचालन करते थे। बीते 17 जनवरी को हृदयाघात के चलते बब्लू का निधन हो गया। पति की मौत के बाद 19 वर्षीय बेटी श्वेता और 17 वर्षीय पुत्र हिमांशु के पालन पोषण के लिए विधवा हुई पद्मा देवी ने पति के व्यवसाय को संभाल लिया। बीते 9 फरवरी को आटा चक्की का संचालन करते समय साफ्टिंग में साड़ी का पल्लू फंस जाने से पद्मा देवी गंभीर रूप से घायल हो गई। बेहतर ईलाज के लिए घायल महिला को लखनऊ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार चल रहा था। मंगलवार की सुबह उपचाराधीन पद्मा देवी ने दम तोड़ दिया। एक माह के अंतराल में माता पिता दोनों का साया सिर से उठ जाने पर बड़ी बेटी श्वेता और पुत्र हिमांशु पर जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। दुर्घटना के बाबत परिजनों द्वारा स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराने और प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाले दुर्घटना बीमा के लिए राजस्व टीम को सूचना दी गई है।