मऊ : भारत का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है- स्वामी प्रसाद मौर्या
By -Youth India Times
Sunday, March 12, 2023
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रिपोर्ट : मुरली मनोहर पांडेय मऊ। राष्ट्रीय बहुजन समाजवादी मंच के सौजन्य एवं इसके अध्यक्ष शिवचन्द राम के संयोजन में सामाजिक न्याय सम्मेलन का आयोजन हिंदी भवन मऊ में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री विधान सभा सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य तथा सम्मानित अतिथियों द्वारा समतावादी बहुजन समाज के महापुरूषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया। पहली बार ऐसा देखा गया कि शिवचन्द राम द्वारा आयोजित इस सामाजिक न्याय सम्मेलन में सभी दलों के लोग सम्मिलित हुए। अतिथियों का स्वागत एवं सामाजिक न्याय सम्मेलन के उद्देश्यों के संबंध में कहा कि भारत के संविधान में वर्णित समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व, समाजवाद, सामाजिक, आर्थिक न्याय की परिकल्पना आजादी के 75 वर्ष बाद भी अधूरी है। आज हमे बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर और लोहिया के विचारों पर चलकर बेरोजगारी को मौलिक अधिकार बनाना होगा। मुख्य अतिथि स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि लोग शपथ लेते हैं किन्तु मांग करते हैं हिन्दू राष्ट्र की, जो संविधान का विरोध है। यदि ऐसा हुआ तो पंथनिरपेक्ष की भावना का क्या होगा? भारत के संविधान निर्माताओं के सपनो का क्या होगा? देश की आजादी में सभी धर्म के लोगों ने अपनी आहुति दी, भारत की भावना हिन्दू, मुस्लिम, सिख ,ईसाई आपस में है भाई-भाई की भावना है। हमें भारत के संविधान के अनुरूप आचरण करना होगा, तभी सामाजिक न्याय, समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व पर आधारित समाज का निर्माण संभव है। हमारा धम्म राष्ट्र धम्म है। और हमारा ग्रन्थ भारत का संविधान है। देश धर्म शास्त्र से नहीं, बल्कि देश भारत के संविधान से चलेगा। यह लोकतन्त्र है, बुलडोजर तंत्र नही है। और न ही किसी एक्ट में बुलडोजर तंत्र की व्यवस्था है। अध्यक्षता कर रहे पूर्व डीआईजी बलिकरन सिंह यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए जरूरी है कि समता मूलक समाज बने। पूर्व मंत्री विधायक राजेंद्र कुमार ने कहा कि भारत का संविधान जलाने वालों व विरोध करने वालों पर एफ.आई.आर. किया जाय। विधायक एचएन सिंह पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए अपने स्वार्थ को त्यागना होगा। राष्ट्रीय निषाद संघ प्रवक्ता लौटन राम निषाद ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई बहुजन समाज को मिलकर लड़ना होगा। न्यायिक प्रक्रिया में आरक्षण लागू करना होगा। जातिगत जनगणना कराना होगा। ललित साहित्य अकादमी की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लालती देवी ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए हम सभी दलों के लोगों को मिलकर लड़ना होगा। बीपीएसएस के प्रदेश अध्यक्ष श्रीराम मौर्य ने कहा कि हम आज जातिवाद के शिकार हैं और हमारा शोषण हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता केके यादव ने किया। इस अवसर पर शिवचन्द राम, सीताराम यादव, मुन्नू राम, वीरेन्द्र यादव, प्रेमचन्द कौशल, रामभवन प्रसाद, धर्म प्रकाश यादव, अरशद जमाल, मुसाफिर यादव, साधु सिंह यादव, करुणाकांत मौर्य, राधेश्याम मौर्य आदि उपस्थित रहे।