पीड़ित दलित युवक का आरोप-थाने में बंद कर बुरी तरह पीटा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच मांगा न्याय आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को अपनी समस्याओं से बावत ज्ञापन देने पहुंचे पीड़ित द्वारा लगाया गया आरोप चर्चा का केन्द्र बन गया। पीड़ित ने बताया कि वह रास्ते के मामले को लेकर सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ से जाकर मिला। सांसद प्रतिनिधि द्वारा उसे लेटर पैड पर लिखकर दिया गया और कहा गया कि जाओ थाने पर दे दो तुम्हारा काम हो जायेगा। इसके बाद पीड़ित ने जो बताया वह अपने आप में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम हो गया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि वह जैसे ही थाने में जाकर सांसद दिनेश लाल निरहुआ का पत्र सौंपा। रानी की सराय के थानेदार भड़क गये और उसे भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उसे थाने में बंद कर बुरी तरह पीटा गया जिससे उसके कान से कम सुनाई दे रहा है जिसका इलाज वह सरकारी अस्पताल में करा रहा है। वह काफी रोया, गिड़गिड़ाया लेकिन थानेदार नहीं माने। इतना ही नहीं थानेदार द्वारा पीड़ित और उसकी पत्नी का 151 में चालान कर दिया गया। बता दें कि रानी की सराय थाना क्षेत्र में दंबगों द्वारा जबरन दीवान बनाकर सार्वजनिक रास्ता को बंद किया जा रहा है। इस संबंध में पीड़ित ने उप जिलाधिकारी सदर को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उप जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए रानी की सराय थानाध्यक्ष को तत्काल मामले की जांच कर सार्वजनिक रास्ता किसी भी सूरत में बाधित न होने का निर्देश दिया था। रानी की सराय थाना क्षेत्र के ग्राम तमौली निवासी दलित विनोद पुत्र मूरत का आरोप है कि आबादी में काफी पुराना रास्ता है। उस रास्ते को शंकर पुत्र पप्पू जबरन दीवार बनाकर बंद कर रहे है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इस बावत वह सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के प्रतिनिधि से मिला था जिसमें सांसद प्रतिनिधि द्वारा लेटर पैड पर लिखकर दिया गया था, जिस पर थाने में जाकर देने में उल्टे उसके खिलाफ ही कार्रवाई कर दी गयी। आज पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप न्याय की गुहार लगाई है।